Jharkhand Lok Sabha Elections 2024: झारखंड में शिबू सोरेन की पार्टी JMM में लगातार मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. झामुमो से सीता सोरेन के पार्टी छोड़ने के बाद अब बोरियो विधायक लोबीन हेमब्रम ने भी अपने तेवर कड़े कर लिए हैं. उन्होंने झामुमो मे रहकर झामुमो के राजमहल लोकसभा प्रत्याशी विजय हांसदा के खिलाफ चुनावी पिच पर उतर कर निर्दलीय से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. 


विजय हांसदा ने हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के उत्तराधिकारी होने पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद बसंत सोरेन को सीएम बनना चाहिए था. लोबीन के इस तेवर से झामुमो मे संकट गहराने के आसार दिखने लगे हैं. 


'निर्दलीय चुनाव लड़ कर बचाएंगे झामुमो का अस्तित्व'
झामुमो के बोरियो विधायक ने ऐलान किया है कि पार्टी में रह कर राजमहल लोक सभा से विजय हांसदा के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. यह मामला तब सामने आया जब झामुमो ने अपनी दूसरी सूची मे विजय हांसदा का नाम राजमहल लोक सभा से प्रत्याशी के रूप में जारी किया. सूची जारी होते ही विधायक लोबीन हेमब्रम ने अपने तेवर कड़े कर लिए. उन्होंने यह कहा कि वह पार्टी से बिना इस्तीफा दिए निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और झामुमो के अस्तित्व को बचाएंगे. 


लोबीन हेमब्रम ने सवाल उठाया कि कल्पना सोरेन को किसने पार्टी का उत्तराधिकारी बना दिया? हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उसका उत्तराधिकारी बसंत को होना चाहिए था. जिस प्रकार दुर्गा सोरेन की मौत के बाद हेमंत सोरेन सीएम बने थे, उसी प्रकार हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनके छोटे भाई बसंत को सीएम बनना चाहिए था.


जनजाति समुदाय से उम्मीदवार को दिया जाना था टिकट 
उन्होंने सिंहभूम सीट पर जोबा मांझी के टिकट दिए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि इस सीट से आदिवासियों का विरोध है इसलिए यहां से किसी जनजाति को टिकट दिया जाना चाहिए था. झामुमो विधायक के बढ़े ऐसे तेवर से लोकसभा चुनाव में पार्टी की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है.


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