Jharkhand News: आरपीएन सिंह (RPN Singh) द्वारा कांग्रेस (Congress) से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने के बाद झारखंड सरकार भविष्य को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. JMM-कांग्रेस की गठबंधन वाली हेमंत सरकार को लेकर अलग-अलग चर्चाओं का दौर जारी है.


इस बीच झारखंड के वरिष्ठ नेता और जमशेदपुर पूर्वी (Jamshedpur East) के विधायक सरयू राय (Saryu Rai) ने कहा है कि आरपीएन सिंह को कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं थी. उनको लगता था कि उनका भविष्य अब कांग्रेस में नहीं है. उन्होंने अपने लिए बेहतर किया है लेकिन इससे झारखंड की सरकार के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


जनता को दीजिए मौका- सरयू राय
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक ने यह भी कहा 'आज की स्थिति में झारखंड को स्थिर सरकार की जरूरत है. सरकार को अस्थिर करके झारखंड का हित नहीं होगा.' विधायक ने कहा 'सरकार अच्छी चल रही है या खराब, गुण-दोष किसका है वह अलग बात है लेकिन सरकार चल रही है. मौका मिलने पर जनता इसको बदल देगी लेकिन बीच में सरकार को गिरा देने से स्वास्थ्य वातावरण नहीं बनता.'


पूर्व बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार गिराने से सिर्फ दो-चार लोगों के अहम की तुष्टि हो जाती है इसलिए चुनाव का इंतजार कीजिए. उन्होंने कहा कि जनता के विवेक पर भरोसा रखना चाहिए अगर सरकार अच्छा काम नहीं करेगी तो जो विकल्प में है वह अपने आप ही सत्ता में आ जाएगा.


बीजेपी में अपनी वापसी पर भी बोले सरयू राय
वहीं बीजेपी में अपनी वापसी पर सरयू राय ने कहा कि वो कैसा घर जहां से ही निकाल दिया जाए. किसको देख कर घर में वापस जाएं.


इसके अलावा विधायक सरयू राय ने सभी राजनीतिक दलों को एवं चुनाव आयोग को सुझाव दिया है कि यह नियम लाया जाए कि हर पार्टी अपने सक्रिय कार्यकर्ता की लिस्ट चुनाव आयोग देंगे. उन्होंने कहा चुनाव के वक्त जिन्हें टिकट नहीं मिलता वो दल बदलते हैं. सरयू राय ने सुझाव दिया कि उन्हीं को टिकट दिया जाए जो कम से कम दो साल तक पार्टी का सदस्य रहा हो. 


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