Jharkhand News: झारखंड में हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर बीजेपी (BJP) लगातार सरकार को घेर रही है. वहीं सरकार के जिम्मेदार लोग प्रदेश की आपराधिक घटनाओं पर के बेतुके बयान से दे रहे हैं. दरअसल, बीजेपी द्वारा अपराध पर उठाए गए सवालों पर झारखंड सरकार में मंत्री हाफिजुल हसन (Hafizul Hasan) से पत्रकारों ने लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल पूछा तो उन्होंने पत्रकारों को ही सही सवाल करने की सलाह दे डाली. साथ ही तिलमिलाए मंत्री ने कहा "हमारी पुलिस घटना स्थल पर पहुंच रही है और हत्याएं तो होती रहती हैं."


उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई ऐसी मशीन नहीं है कि हम हत्याएं रोक सकें. या हमें पहले ही हत्या की जानकारी मिल जाए. वहीं कांग्रेस के बेरमो बिधायक अनूप सिंह ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर सिर्फ बीजेपी के लोगों का मसला नहीं है. ये हमारे लिए भी बहुत जरूरी है, जिस तरह से कमल भूषण के करीबियों की हत्याएं हो रही हैं. ये चिंता का विषय है, लेकिन लॉ एंड ऑर्डर पर हमारे मुख्यमंत्री सजग हैं. लगातार इसको लेकर बैठके की जा रही हैं. पुलिस अपराधियों को पकड़ने का काम कर रही है.


बढ़ते अपराध पर बाजेपी ने सरकार को घेरा
उन्होंने कहा कि लेकिन, रांची में सीपीआई नेता के साथ जो घटना घटी है, उसकी सरकार को सीबीआई जांच करवाने की जरूरत है. बता दें झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इसके पहले दिन शुक्रवार को बीजेपी ने झारखंड में बढ़ते अपराध पर जमकर सरकार का विरोध किया. बीजेपी विधायक विधानसभा के प्रमुख द्वार पर मुख्यमंत्री के खिलाफ तख्तियां ले कर धरने पर बैठ गए. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता प्रतुल शहदेव ने कहा कि हेमंत सरकार के शाशन काल मे पूरा झारखंड जल रहा है.


'हर तरफ हत्या, लूटमार और रेप'
उन्होंने ने कहा "अगर ग्रामीण क्षेत्र की बात की जाए तो वहां नक्सलियों का तांडव है. शहरी क्षेत्रों में अपराधियों और माफिया रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. हर तरफ हत्या, लूटमार और रेप की घटना देखने को मिल रही है." साथ ही उन्होंने बताया कि हेमंत सरकार की कार्यकाल में जनवरी 2020 से फरवरी 2023 यानी सिर्फ अड़तीस महीनों में दो लाख संघीय अपराधों को अंजाम दिया गया है. पांच हजार दो सौ पच्चीस बेटियों की इज्जत लूटी गई है. पांच हजार सात सौ इकहत्तर हत्या की गई है.


उन्होंने कहा कि अगर हत्या और रेप की घटनाओं को जोड़ दिया जाए तो औसतन हेमंत सोरेन के शाशन काल में प्रतिदिन 10 हत्या और रेप के मामले सामने आए हैं. वहीं सरकार ने नहीं के बराबर अपराधियों को सजा दिलवाई है, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है. मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री भी हैं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी उनकी ही होती है.