झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने सोमवार को घोषणा की कि वह पड़ोसी राज्य बिहार में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगा. पार्टी ने दावा किया कि उसने यह फैसला सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस की 'सियासी साजिश' की वजह से लिया है क्योंकि उन्हें महागठबंधन की तरफ से सीटें नहीं दी गईं. 

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झामुमो के वरिष्ठ नेता सुदिव्य कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी झारखंड में कांग्रेस और राजद के साथ गठबंधन की समीक्षा करेगी और इस 'अपमान' का करारा जवाब देगी. हेमंत सोरेन नीत झामुमो ने दो दिन पहले कहा था कि वह बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी और छह विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी क्योंकि महागठबंधन में सीट बंटवारे पर बातचीत विफल हो गई है.

 

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'गठबंधन की समीक्षा करेंगे'

राज्य के पर्यटन मंत्री कुमार ने कहा, "आरजेडी और कांग्रेस एक राजनीतिक साजिश के तहत झामुमो को चुनाव लड़ने से वंचित करने के लिए जिम्मेदार हैं. झामुमो इसका करारा जवाब देगा और राजद व कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन की समीक्षा करेगा." 

6 सीटों पर लड़ने का किया था ऐलान

झामुमो ने शनिवार (18 अक्टूबर) को घोषणा की थी कि वह चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जहां 11 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान होना है. इन सीटों पर नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि सोमवार थी.