Jharkhand  Lok Sabha Elections 2024: झारंखर में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों के बीच राजनीति चरम पर है. बीजेपी ने इस चुनाव में घुसपैठिए से उत्पन्न मसले को चुनाव मुद्दा बनाने की की कोशिश की है. इस रणनीति के तहत बीजेपी लगातार चंपई सोरेन सरकार और झारखंड मुक्ति मोर्चा की घेरेबंदी करने में जुटी है. इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने बीजेप और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोल दिया है. सीएम के इस अटैक का बीजेपी अभी तक जवाब नहीं दे पाई है. 
 
सीएम चंपई सोरेन ने पोस्ट एक्स में लिखा है, "भारतीय जनता पार्टी के नेता नेता आरोप लगाते हैं कि झारखंड में घुसपैठिए आकर डेमोग्राफी चेंज कर रहे हैं. वैसे, ये घुसपैठिये आते कहां से हैं? और उस अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर पर चौकीदारी का जिम्मा झारखंड सरकार को कब मिला? राजनीति करने की जगह, उस सीमा को 'सील' क्यों नहीं किया जाता? यह गलती किस की है?"







 नागरिकता और आधार नंबर देना किसका काम?


प्रदेश के सीएम ने बीजेपी से पूछा है, "झारखंड में राशन कार्ड तक आधार संख्या के बिना नहीं बनते. आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी केंद्र सरकार के अधीन काम करती है. नागरिकता देना भी केंद्र के अधिकार क्षेत्र आता है. फिर इस प्रक्रिया में होने वाली गड़बड़ी (?) के लिए कौन जिम्मेदार है?


आदिवासी समाज के लिए नहीं किया काम 


सीएम चंपई सोरेन के मुताबिक बीजेपी सरकार ने झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों के लिए कोई काम नहीं किया. बीजेपी को प्रदेश के मतदाताओं से वोट मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है. बीजेपी हमेशा से एक समुदाय को दूसरे समुदाय से लड़ाकर सत्ता में काबिज होती रही है. झारखंड के लोग इस सच्चाई को समझ गए हैं. अब झारखंड की जनता बीजेपी के झांसे में नहीं आएगी. 


उन्होंने कहा कि प्रदेश के मतदाता लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को एक भी सीट नहीं जीतने देंगे. केंद्र में बीजेपी की जुमलेबाजी की सरकार है. बीजेपी ने वन अधिकार कानून और मानकी मुंडा व्यवस्था को ठप करने का आरोप लगाया है. 


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