Jharkhand Latest News: झारखंड के गिरिडीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र रानीडीह से पुलिस की गैर कानूनी करतूत का एक मामला सोशल मीडिया में सुर्खियों में है. सोशल मीडिया में वायरल तथाकथित वीडियो के अनुसार देवरी पुलिस बिना वर्दी के सुनीता देवी पति चंद्रदेव राय के घर रानीडीह उन्हें पकड़ने पहुंच गई. वहां बिना वर्दी के पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ सुनीता देवी के परिवार वालों के साथ धक्का मुक्की और मारपीट हुई. अब उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

सुनीता देवी का कहना है कि 4 जून 2025 को सुबह कुछ लोग मेरे घर में आए और मेरे घर में बकरा खरीदने की बात करने लगे. इस दौरान वे लोग मेरे बेटे मुन्ना कुमार राय को पकड़ कर मारपीट करने लगे. जब मैंने देखा कि मेरे बेटे को कोई अनजान व्यक्ति मारपीट कर रहा है. बीच बचाव बचाव करने पर सादी वर्दी में आए पुलिस वाले परिवार के सभी सदस्यों के साथ गाली-गलौज और मारपीट करने लगे. 

पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग 

सुनीता देवी ने कहा, "जब हम लोगों ने पूछा आप कौन हैं, ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो उन लोगों ने बताया कि हम सभी पुलिस वाले हैं.' अब यह मामला क्षेत्र में तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं, सुनीता देवी ने आवेदन के माध्यम से वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी से निवेदन कर सादी वर्दी में आए हुए पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्रवाई की मांग की है." पूरे परिवार को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप 

सुनीता देवी का कहना है कि सादी वर्दी में आए पुलिस वालों ने हमारे पूरे परिवार का को मानसिक नुकसान पहुंचाया है. मेरे घर में तोड़फोड़ की गई है. घर का ताला भी तोड़ा गया है. कहां जा रहा है कि पुलिस के द्वारा इस धक्का मुक्की में मुन्ना राय की मां, गाय के बछड़े के ऊपर गिर गई, जिसके कारण बछड़े की जान चली गई. 

JLKM नेता राजदेश रत्न सिंह ने पुलिस महानिदेशक को पत्राचार करते हुए कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में जमुआ की विधायक मंजू कुमारी चंद्रदेव राय के घर पहुंचीं और घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. पुलिस पदाधिकारी ने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है. 

मुन्ना राय को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस

कहा जा रहा है कि पूर्व के मामले में देवरी पुलिस एक आरोपी मुन्ना राय को गिरफ्तार करने के लिए गई थी. सादे वर्दी में रहने के कारण घटनाक्रम ने अलग रुख ले लिया है. देवरी थाना प्रभारी सोनू साहू ने बताया की हम पुलिसकर्मी अभियुक्त को पकड़ने के लिए गए थे. जब अभियुक्त को पकड़ा तो इस दौरान अभियुक्त के सभी परिवार उसे भगाने में जुट गए  और अभियुक्त को छुड़ाकर भगा दिया.

(पंचानंद राय की रिपोर्ट)