Jharkhand Politics News: झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री दिवंगत जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) की पत्नी बेबी देवी (Baby Devi) ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन (Shibu Soren) से मुलाकात की. बता दें कि, आधिकारिक बयानों के मुताबिक यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, लेकिन इस मुलाकात के बाद से सियासी गलियारों में बेबी देवी को मंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) बहुत जल्द जगरनाथ महतो के निधन के बाद खाली हुई सीट पर नए मंत्री के नाम की घोषणा करने वाले हैं.


वहीं मंत्रीपद के लिए संभावित नामों में जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी और उनके बेटे अखिलेश महतो का नाम भी शामिल हो सकता है. बता दें कि, इन्हीं दोनों में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है, क्योंकि झामुमो चाहता है कि कोई महतो नेता ही मंत्री बने. दरअसल, सोमवार को बेबी देवी अपने बेटे अखिलेश महतो के साथ शिबू सोरेन के मोरहाबादी स्थित आवास पर पहुंची और दिशोम गुरु और उनकी पत्नी रूपी सोरेन से मुलाकात की. शिबू सोरेन ने बेबी देवी को आशीर्वाद दिया और दोनों के बीच लंबी बातचीत भी हुई. हालांकि, 6 अप्रैल को तात्कालीन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद अटकलें थी कि अखिलेश महतो को मंत्री बनाया जा सकता है. 


लगातार जनता से मिल रहे अखिलेश महतो
दरअसल, अखिलेश पिता की बीमारी के बाद डुमरी विधानसभा में खासे सक्रिय थे और विभागीय कार्यों से इतर, जनता के बीच के मुद्दों को लेकर लोगों से मिलजुल रहे थे. कहा जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्रालय का जिम्मा किसी महतो नेता को ही देना चाहते हैं. आपको बता दें कि महतो समाज की आबादी राज्य में करीब 14 फीसदी है, लेकिन झामुमो जिस सामाजिक गठबंधन पर सियासत कर रहा है उसमें महतो समाज के अलावा मांझी और मुस्लिम समाज का भी बड़ा हाथ है. ऐसे में कैबिनेट में महतो, मांझी या मुस्लिम चेहरे में से किसी की इंट्री की संभावना बढ़ गई है.


पहले भी परिजनों को ही मिला मंत्री पद
चूंकि, जगरनाथ महतो के निधन से डुमरी विधानसभा सीट खाली हो गई तो संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक 6 महीने के भीतर वहां उपचुनाव होना है. ऐसे में संभावना है कि सितंबर में डुमरी में उपचुनाव हो. वहीं उपचुनाव से पहले बेबी देवी या अखिलेश महतो में से किसी को मंत्री बनाकर मुख्यमंत्री बड़ा दांव खेल सकते हैं. चर्चा है कि जनता की सहानुभूति के नजरिए से बेबी देवी को ही मंत्रीपद दिया जा सकता है. बता दें कि, इससे पहले मधुपुर उपचुनाव में भी ऐसा हो चुका है. तब प्रदेश के तात्कालीन अल्पसंख्यक, युवा, खेल, संस्कृति और पर्यटन विभाग के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उनके बेटे हफीजुल हसन अंसारी को चुनाव पूर्व मंत्री बनाया गया और फिर उन्होंने जीत भी दर्ज की.