Jharkhand News: झारखंड के चाईबासा जिले के अति नक्सल प्रभावित टोंटो थानाक्षेत्र के जंगलों में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी जारी है. नक्सलियों और सुरक्षाबल के बीच मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवानों को गोली लगा, जिसमें एक जवान शहीद हो गया और दूसरे जवान को चाईबासा में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया. 


दरअसल, नियमित सर्च ऑपरेशन में निकले सुरक्षाबल के जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग की. जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की. गौरतलब है कि टोंटो थानाक्षेत्र के जंगलों में सुरक्षाबल के जवानों द्वारा एक करोड़ के इनामी नक्सली मिहिर बेसरा दस्ते के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. उसी दौरान यह मुठभेड़ हुई. गोलीबारी में घायल जवान सीआरपीएफ-60 बटालियन के हैं. 


जंगल से भागे नक्सली


घायल जवानों की पहचान कॉन्स्टेबल सुशांत और हवलदार मुन्ना के रूप में की गई है. कॉन्स्टेबल सुशांत को पैर में गोली लगी है. जबकि हवलदार मुन्ना को सीने में गोली लगी.  मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस की ओर से झारखंड जगुआर की टीम शामिल थी. दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई. इसके बाद इनामी नक्सली मिसिर बेसरा अपने दस्ता के सदस्यों के साथ पीछे हट गया. सुरक्षबलों ने मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रखा है. पुलिस कप्तान आशुतोष शेखर ने इस मामले की पुष्टि की है.


नक्सलियों का बंकर ध्वस्त


वहीं मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गुरुवार को मिसिर बेसरा का बेस कैंप ध्वस्त कर दिया. बंकर में लाइट की सुविधा से लेकर दैनिक जरूरत का हर सामान मौजूद था. इसके अलावा वहां मोर्टार, विस्फोटक सहित अन्य हथियार और नक्सली साहित्य भी मिले हैं. हालांकि, पुलिस अधिकारियों की ओर से अभी पूरे मामले का खुलासा किया जाना बाकी है. पुलिस के अनुसार, मिसिर बेसरा कभी सामने नहीं आता था. वह हमेशा सुरक्षा घेरा में रहता था. बेस कैंप में जिस जगह मिसिर बेसरा रहता था उसके चारों और लैंड माइंस बिछी रहती थी. चार सालों के बाद सीआरपीएफ के सहयोग से पहली बार पुलिस मिसिर बेसरा के बेस कैंप तक पहुंची. 


जनवरी से चल सर्च ऑपरेशन
सुरक्षा बलों को देखते ही मिसिर बेसरा और उसके दस्ते में शामिल नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गयी. मिसिर बेसरा को घेरने के लिए पुलिस ने गुरुवार से अभियान और तेज कर दिया है. जानकारी के अनुसार, कोल्हान के जंगल में सेंट्रल कमेटी के नक्सली मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी, असीम मंडल सहित अन्य बड़े नक्सलियों के होने की सूचना पर पुलिस 11 जनवरी 2023 से विशेष रूप से अभियान चला रही है. अब तक पुलिस को सबसे अधिक नुकसान नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईइडी से हुआ है. बावजूद पुलिस ने नक्सलियों को ट्रैक करते हुए उनके मुख्यालय को ध्वस्त किया.


यह भी पढ़ें: अविश्वास प्रस्ताव पर निशिकांत दुबे ने पूछा- राहुल गांधी क्यों नहीं बोले? लगता है आज तैयार होकर नहीं आए.