झारखंड के धनबाद जिले में शुक्रवार (6 सितंबर) को हुए भीषण भूस्खलन के बाद एक वैन 150 फुट गहरी खुली खदान में जा गिरी. इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि 6 सितंबर को भी तीन और शव निकाले गए, जबकि 5 सितंबर को 4 शव बरामद किए गए थे. 

यह घटना रामकनाली थाना क्षेत्र स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) एरिया-4 की एक खदान में हुई, जहां भूस्खलन के कारण न सिर्फ वैन खदान में गिरी बल्कि उसके पास बने कई घर और अस्थायी ढांचे भी ढह गए हैं.

खदान की गहराई के कारण रेस्क्यू में परेशानी

BCCL के कटरा महाप्रबंधक राजकुमार अग्रवाल ने जानकारी दी कि बचाव दल लगातार घटना स्थल पर तैनात रहा. उन्होंने बताया, “बचाव अभियान के दौरान कुल 7 शव बरामद किए गए. 5 सितंबर को 4 शव निकाले गए थे और 6 सितंबर को 3 और शव निकाले गए हैं.” राहत और बचाव कार्य को और तेज करने के लिए 6 सितंबर को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की एक टीम भी तैनात की गई थी. खदान की गहराई और मलबे के कारण स्थानीय प्रशासन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

खदान के किनारे बसे घर भी चपेट में

धनबाद के उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि सभी शव बरामद कर लिए गए हैं और NDRF द्वारा चलाया जा रहा अभियान अब समाप्त हो गया है. उन्होंने यह भी बताया कि मृतकों की पहचान की प्रक्रिया पूरी की जा रही है और उनके परिजनों को आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाएगी. पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने आशंका जताई कि भूस्खलन के दौरान खदान के किनारे बसे अन्य घरों को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए हैं. स्थानीय लोगों में इस हादसे के बाद भय और गुस्से का माहौल है.

सुदेश महतो ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की

इस दुखद घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आई. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आरोप लगाया कि कोयला क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की गंभीर उपेक्षा की जा रही है. 

महतो ने केंद्र सरकार से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. फिलहाल, प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है, जबकि स्थानीय लोग खदानों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं.