Jharkhand News: झारखंड में भगवान शिव (Lord Shiva) के धाम बासुकीनाथ (Basukinath) में हर वर्ष सावन के महीने में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. सावन के अंतिम सोमवार यानी 28 अगस्त को बड़ी संख्या में कांवड़िए बासुकीनाथ पहुंचे. बताया जा रहा है कि अंतिम सोमवारी को करीब एक लाख तीस हज़ार से ज्यादा कांवड़ियों ने अर्धा सिस्टम के तहत भगवान शिव को जलार्पण किया.


बता दें कि शिव भक्त बिहार के सुल्तानगंज से उतरवाहिनी गंगा से कांवड़ में जल भरते हैं और फिर 105 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा कर पहले देवघर के वैधनाथ धाम में जलाभिषेक करते हैं और इसके बाद बासुकीनाथ धाम के फ़ौजदारी बाबा के दरबार पहुंचते हैं. सोमवार को आज अंतिम सोमवारी होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है. सुरक्षा को देखते भारी संख्या में फ़ोर्स तैनात किया गया है.


भीड़ को देखते हुए किया गया यह इंतजाम
प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए अर्धा सिस्टम लागू किया है. इधर, प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से श्रद्धालु भी खुश हैं. श्रद्धालुओं ने सुगमतापूर्वक अर्धा के जरिए शिवलिंग पर जल अर्पण किया. फ़ौजदारी बाबा का दरबार केसरिया रंगों से पट चुका है. 'बोल बम' के नारों से पूरा शिवधाम गुंजायमान हो उठा है. अंतिम सोमवारी को अपने मनोवांक्षित फल की प्राप्ति के लिए श्रद्धालु बाबा के दरबार में मत्था टेक रहे हैं.


 नेपाल और भूटान से भी आते हैं श्रद्धालु
यहां झारखंड और बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, नेपाल और भूटान के श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं. इधर, प्रशासन के लिए अंतिम सोमवार को भीड़ का प्रबंधन काफ़ी चुनौतीपूर्ण रहा. यही वज़ह है कि चप्पे-चप्पे पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. इनके अलावा सादे कपड़े में फोर्स भी तैनात की गई है. 


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