झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर नेहरू-गांधी परिवार पर हमला बोला है. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर 1978 के कुछ कागजात की तस्वीर शेयर कर दावा किया है कि नेहरू और गांधी परिवार अमेरिका के आगे नतमस्तक थे. इसपर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है.
कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा, "मैं समझता हूं कि निशिकांत दुबे को भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) में रहना चाहिए. उनकी भूमिका उसमें ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाएगी. मैं लगातार कहता हूं कि हमें आगे की बातें करनी चाहिए, शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में गए, चीन ड्राइवर के बिना गाड़ी चला रहा है, लेकिन हम गड़े मुर्दे उखाड़ने में लगे हैं."
निशिकांत दुबे पर निशान साधते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, "कुछ लोग नेहरू और गांधी फोबिया से ग्रसित हैं. मेरा तो यह सुझाव है कि अगर निशिकांत दुबे ASI में जाएं, तो अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन कर सकते हैं."
निशिकांत दुबे क्या दावा कर रहे हैं?दरअसल, निशिकांत दुबे ने 1978 का एक डॉक्यूमेंट शेयर किया है, जिसमें 1960 के दशक के दौरान भारत में सीआईए की कार्रवाई के बारे में गंभीर आरोप लगाए गए हैं. दावा किया गया है कि हिमालय की ऊंचाई पर चीनी परमाणु हथियारों के परीक्षण पर नज़र रखने के लिए कथित तौर पर दो परमाणु ऊर्जा चालित निगरानी उपकरण लगाए गए थे. इनमें से एक प्लूटोनियम युक्त उपकरण नंदा देवी नदी के पास था, जो गंगा नदी का उद्गम स्थल है और लाखों हिंदुओं के लिए पवित्र नदी है.
यह भी दावा किया गया है कि ये काम भारत सरकार की जानकारी के बिना किए गए थे. इसपर निशिकांत दुबे ने सवाल किया था, "राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी और भारत के आस्था के साथ किसानों की तबाही. क्या केदारनाथ का हादसा अमेरिका के न्यूक्लियर वस्तु के कारण हुआ जो नंदा देवी पर्वत शिखर के उपर से 1960 में गायब हो गया? क्या तीस्ता नदी के बाढ़ का भी वही कारण है? गंगोत्री यमुनोत्री के पिघलते ग्लेशियर का कारण भी यही है?"