Operation Sindoor News: तुर्कीये और अजरबैजान की ओर से पाकिस्तान को मदद पहुंचाने पर झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि 'तुर्कीये और अजरबैजान हम भारतीय को जाना बंद करना चाहिए, पाकिस्तान के किसी भी समर्थक देश के साथ कोई रिश्ता नहीं, दुश्मन का दोस्त दुश्मन.'
दरअसल, 'ऑपरेशन सिंदूर' के समय भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बीच इन दोनों देशों ने पड़ोसी मुल्क का खुलकर समर्थन किया था. 2024 में तुर्कीये में करीब 62.2 मिलियन विदेशी यात्री आए थे. इसमें से 3,00,00 के आसपास भारतीय थे. 2023 की तुलना में पिछले साल तुर्कीये में 20 प्रतिशत अधिक भारतीय यात्री आए थे.
तुर्कीये में भारतीय पर्यटक ने खर्च किए औसतन 972 डॉलर
देश की शीर्ष ट्रेडर्स बॉडी में से एक कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भी बुधवार को सभी व्यापारियों और नागरिकों से तुर्कीये और अजरबैजान का बायकॉट करने की अपील की है. कैट की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष तुर्कीये की कुल पर्यटन आय 61.1 बिलियन डॉलर थी, जिसमें प्रत्येक भारतीय पर्यटक ने औसतन 972 डॉलर खर्च किए थे.
पिछले वर्ष संयुक्त रूप से भारतीयों की ओर से तुर्कीये में 291.6 मिलियन डॉलर खर्च किए गए थे. ट्रेडर्स बॉडी ने कहा कि इससे पहले उसने चीनी उत्पादों के बायकॉट के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया था, जिसका काफी असर हुआ है. अब वह तुर्कीये और अजरबैजान की यात्रा के बायकॉट के लिए अभियान चला रहा है.
2024 में 2,50,000 भारतीय गए थे अजरबैजान
वहीं 2024 में अजरबैजान में लगभग 2.6 मिलियन विदेशी पर्यटक आए थे, जिनमें से लगभग 2,50,000 भारतीय थे. एक भारतीय पर्यटक की ओर से औसत खर्च 2,170 अजरबैजानी मनात था, जो लगभग 1,276 डॉलर के बराबर है. कुल मिलाकर पिछले साल भारतीयों ने अजरबैजान में 308.6 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. भारतीय पर्यटकों की ओर से अजरबैजान के बहिष्कार से वहां की अर्थव्यवस्था को प्रत्यक्ष तौर पर नुकसान हो सकता है.