Basant Soren Minister: झारखंड के परविहन मंत्री बसंत सोरेन ने दावा किया है कि दुमका सहित राज्य के सभी 14 सीटों पर 'इंडिया' गठबंधन की जीत होगी. एबीपी न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बीजेपी के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे की ओर से झामुमो में भगदड़ मचने और कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने के बाद बसंत सोरेन के पार्टी छोड़ने के सवाल पर कहा कि ये बातें सही नहीं हैं. ये निशिकांत दुबे के अपने शब्द हो सकते हैं.


बसंत सोरेन ने कहा कि पार्टी संगठन में सभी विधायक और सांसद के निर्णय के बाद ही, जो योग्य होता है उसे जिम्मेदारी दी जाती है. सीता सोरेन को छोड़ पार्टी में सब ठीक है. यहां कोई भगदड़ जैसी स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा कि दुमका लोकसभा मे परिवार नहीं बल्कि संगठन है. जो चुनाव मे प्रतिद्वंदी के रूप में बीजेपी से मुकाबला होगा और जीत निश्चित होगी.


बीजेपी की भाषा बोल रही हैं सीता सोरेन- बसंत सोरेन


जेएमएम नेता ने सीता सोरेन के सवालों का भी सीधा जवाब दिया और कहा कि ये बीजेपी का षड्यंत्र है, जो वो भाषा बोल रही हैं. अगर झामुमो से सम्मान नहीं मिलता तो क्या वो 15 सालों तक विधायक रहतीं. बसंत सोरेन ने दुर्गा सोरेन की मौत को लेकर सीता सोरेन के सवालों का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि आखिर इतने दिन क्या कर रही थीं. क्यों नहीं अपनी बातों को रखा.


बसंत सोरेन ने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने के लिए सबसे बड़ी चीज हमारे प्रत्याशी के पास है, वह है अनुभव और हमारी मेहनत, जो जीत के लक्ष्य को बढ़ा देती है.  उन्होंने दुमका लोकसभा चुनाव में भाभी के खड़े होने सवाल पर कहा कि चुनाव में प्रत्याशी होते हैं, रिश्तेदार नहीं. भाभी-चाचा राजनीतिक मैदान में नहीं होते, उन्हें प्रत्याशी के तौर पर देखा जाएगा.


'सीता सोरेन को बड़ी बहू और भाभी के रूप मे देखा गया'


वहीं सीता सोरेन को सम्मन नहीं दिए जाने और काम से रोके जाने के आरोपों को बसंत सोरेन ने गलत बताया. उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों से पार्टी मे रहकर विधायक बनीं. घर में बड़ी बहू और भाभी के रूप मे देखा गया. उन्होंने कहा कि अब वह पार्टी छोड़ दूसरे दल में चली गई हैं, इसलिए मुंह उनका है और बात किसी और कह रही हैं. उन्हें अब स्पष्ट करनी चाहिए कि उन्हें कैसा सम्मान चाहिए था. अब वही बता सकती हैं कि किस सोच के तहत दूसरे दल में गई.


दुर्गा सोरेन की मौत को लेकर सीता सोरेन की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर जेएमएम नेता ने कहा कि सीता सोरेन 15 सालों तक विधायक रहीं तो उन्होंने उठाया क्यों नहीं, उन्हें मीडिया के माध्यम से या सदन में भी उठाना चाहिए था, आखिर इतने दिनों तक चुप क्यों रहीं. यह दुख की बात है कि आज वह दूसरे दल में जाकर इन सब बातों को उठा रही हैं, ये भाषा उनकी नहीं हैं.


बसंत सोरेन बोले- झामुमो में हर कार्यकर्त्ता हेमंत सोरेन


संथाल में लोकसभा की तीन सीटों में मात्र एक झामुमो के पास है, जबकि दो बीजेपी के पास है. वहीं अभी पूर्व सीएम जेल में हैं तो ऐसे में झामुमो कैसे बाकी दो सीटों पर कब्जा करना पार्टी के लिए कितनी मुश्किल रहेगी. इस पर बसंत सोरेन ने कहा कि झामुमो में हर कार्यकर्त्ता हेमंत है और हेमंत है तो हिम्मत है. संथाल में गोड्डा, दुमका और राजमहल लोकसभा सीटों में राजमहल झामुमो के पास है. झामुमो शेष दो सीटों पर कार्यकर्त्ता के बदौलत जीत दर्ज करेगी. यही नहीं उन्होंने दावा किया कि राज्य के सभी 14 सीटों पर इंडिया गठबंधन जीत दर्ज करेगी.


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