Jammu and Kashmir news : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने बुधवार को जेकेपीसीसी के उपाध्यक्ष और बडगाम प्रभारी जिलाध्यक्ष का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. कांग्रेस आलाकमान के अनुसार जेकेपीसीसी के उपाध्यक्ष जीएम सरूरी द्वारा दिए गए इस्तीफे को गुलाम नबी मोंगा, मोहम्मद अनवर भट ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने का फैसला किया. बता दें कि इसके पहले कांग्रेस नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में एक अप्रभावी कांग्रेस नेतृत्व का मुद्दा उठाया था. स्थानीय स्तर पर पार्टी नेताओं के प्रति अपनी नाखुशी का इजहार करते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि इस बारे में पार्टी आलाकमान को सूचित कर दिया गया लेकिन ध्यान नहीं दिया गया. पार्टी आलाकमान ने प्रभारी जिलाध्यक्ष बडगाम जाहिद हुसैन जान का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है.

गाैरतलब है कि प्रासंगिक रूप से 20 पीसीसी पदाधिकारियों ने कुछ समय पहले "जम्मू-कश्मीर में एक अप्रभावी कांग्रेस नेतृत्व" का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा दे दिया था. गुलाम नबी आजाद के वफादार माने जाने वाले कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेतृत्व को अतीत में जम्मू-कश्मीर में नेताओं की शिकायतों से अवगत कराया गया है, लेकिन कोई शिकायत निवारण नहीं किया गया. वर्तमान जेकेपीसीसी प्रमुख का नाम लिए बिना जी.ए. गुलाम नबी आजाद द्वारा नई पार्टी बनाने की अटकलों के बीच कांग्रेस नेता मीर ने विद्रोह का झंडा फहराया था.

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