जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों ने एक जिंदा गोला नष्ट किया. न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक ये जिंदा गोला कुछ दिन पहले राजौरी जिले के नौशेरा में मिला था. नष्ट किए जाने समय धमाके की आवाज हुई और धुएं का गुबार दिखा.
गैर सैन्य इलाकों में कई बिना फटे गोले पाए गए
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र के राजौरी जिले के गैर सैन्य इलाकों में कई बिना फटे गोले पाए गए हैं. ये गोले पाकिस्तान के उस दावे को झूठा साबित करती है कि किसी रिहायशी क्षेत्र को निशाना नहीं बनाया गया.
पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की घटना भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तुरंत बाद की गई थी. भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था.
इससे पहले पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हो गयी थी. पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर (पीओजेके) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय सेना के हमलों के बाद नागरिक क्षेत्रों में भारी बमबारी की गयी.
इलाके को विस्फोटक मुक्त करने का अभियान
गोलाबारी के बाद की कार्रवाई में शामिल अधिकारियों ने बताया कि जमीनी स्तर पर उपलब्ध साक्ष्य इस दावे का खंडन करते हैं कि पाकिस्तान द्वारा केवल सैन्य ठिकानों पर ही हमला किया गया था. इलाके को विस्फोटक मुक्त करने के अभियान का नेतृत्व कर रहे एक सैन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘जैसा कि आपने मीडिया में देखा होगा, पाकिस्तान ने बार-बार दावा किया है कि उसने केवल सैन्य प्रतिष्ठानों को ही निशाना बनाया है.’’
'गोले गांवों के ठीक बीच में गिरे'
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, आप यहां स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि जो गोले हमें मिल रहे हैं, वे गांवों के ठीक बीच में गिरे हैं, जबकि आसपास का पूरा इलाका रिहायशी है.’’