नौगाम में हुए बड़े विस्फोट के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधि तेज हो गई है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सोमवार (17 नवंबर) को घायल लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे और घटना पर गंभीर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि विस्फोटक सामग्री इतनी बड़ी मात्रा में इलाके तक कैसे पहुंची और किन परिस्थितियों में इसे रखा गया. इन सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी गई है.
उमर अब्दुल्ला ने घायलों से मिलकर लिया हालचाल
मुख्यमंत्री ने अस्पताल में घायलों और उनके परिजनों से बातचीत की. उन्होंने मेडिकल टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी सबसे पहले मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य को संभाला. उन्होंने आशा जताई कि सभी घायल जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौट सकेंगे.
पीड़ित परिवारों को मिलेगा आर्थिक सहयोग
उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की कि मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक और गंभीर रूप से घायल पीड़ितों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी. इसके अलावा, पुलिसकर्मियों की ड्यूटी के दौरान हुई मौत पर उनके परिवारों में एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च पुलिस अधिकारियों से जल्द चर्चा होगी.
कश्मीरियों को शक की निगाह से न देखें- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि इस घटना को लेकर किसी भी कश्मीरी नागरिक को शक की नजर से देखने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अपराधी चाहे कोई भी हो, जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
जांच एजेंसियां सक्रिय, सुरक्षा बढ़ाई गई
विस्फोट की गंभीरता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र में जांच और सुरक्षा सख्त कर दी है. प्रारंभिक जांच में कई अहम जानकारियां सामने आ रही हैं, जिन्हें खंगाला जा रहा है. विस्फोट स्थल के आसपास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके.
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