जम्मू-कश्मीर में इन दिनों मौसम का अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. कुपवाड़ा जिले के ऊपरी इलाकों में आज (7 अक्टूबर) मौसम ने ठंडे स्वरूप में दस्तक दे दी है, जहां लगातार बारिश के बाद सर्दियों का आगमन ताजा बर्फबारी के रूप में देखने को मिला.
साधना टॉप, ज़ेड-गली, फ़रकियान टॉप और जुमागुंड में बर्फ की सफेद चादर के प्राकृतिक देखने लायक हैं. मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और चेतावनी दी कि अगले 36 घंटों तक बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है.
घाटी में शीतलहर और बर्फबारी का असर
कश्मीर घाटी के पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से कई क्षेत्र पूरी तरह से ढक गए हैं, जिससे घाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है. श्रीनगर समेत मैदानी इलाकों में भी तेज बारिश का सिलसिला शुरू है, जबकि मध्य कश्मीर के जोजिला और सोनमर्ग के ऊपरी हिस्सों में भी बर्फबारी देखी गई. मौसम विभाग के अनुसार अब तक 2-6 इंच तक बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है, जो और बढ़ने की संभावना है.
यातायात और सुरक्षा पर निगरानी
बर्फबारी और बारिश के कारण सड़कें बंद हो सकती हैं, और अगर बर्फबारी जारी रहती है तो श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर यातायात रोकने का निर्णय लिया जाएगा. यातायात अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि ऊपरी इलाकों में सफर करते समय सतर्क रहें और बर्फबारी के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें. जिला प्रशासन ने सभी विभागों को सतर्क रहने और खराब मौसम में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं.
जनता के लिए सावधानियों का अलर्ट
कुपवाड़ा के उपायुक्त श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने बताया कि लोगों को पहाड़ी हिमस्खलन और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की ओर न जाने की सलाह दी गई है. नदियों, नालों, सिंचाई नहरों और अन्य जल निकायों के पास जाने से परहेज करना जरूरी है. प्रशासन ने यह भी कहा कि मौसम में सुधार होते ही सड़क मार्ग खोले जाएंगे, लेकिन तब तक जनता को सतर्क रहना अनिवार्य है.