जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती में बादल फटने से मचैल मंदिर मार्ग पर तबाही आई है. यहां श्रद्धालुओं से भरे टैंट बह गए. प्राकृतिक आपदा में कम से कम 38 लोगों की मौत हुई है. अधिकारियों का कहना है कि इस आपदा में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. राहत-बचाव कार्य जारी है.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा स्थिति पर नजर बनाए हैं. सीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी बात की. उन्होंने एक्स पर इसकी जानकारी दी.
उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''जम्मू के किश्तवाड़ क्षेत्र की स्थिति के बारे में जानकारी देने के लिए मैंने अभी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की. समाचार गंभीर हैं और बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से सही, प्रमाणित जानकारी धीरे-धीरे ही मिल रही है. बचाव कार्यों के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से सभी संभव संसाधन जुटाए जा रहे हैं. मैं चैनलों या समाचार एजेंसियों से बात नहीं करूंगा. सरकार समय-समय पर उपलब्ध होने पर जानकारी साझा करेगी.''
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना को लेकर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की. स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य कर रहा है. एनडीआरएफ की टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया है. हम स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और हर परिस्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं. जरूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.
एनडीआरएफ की टीम रवाना
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने कहा है कि किश्तवाड़ जिले में बादल फटने के बाद 2 टीमों को वहां भेजा गया है. आधुनिक उपकरणों से लैस NDRF की 2 टीमों के लगभग 180 सदस्यों को उधमपुर बेस से रवाना किया गया.
बता दें कि मचैल माता मंदिर जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के मचैल गांव में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है.