कश्मीर घाटी में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है. मौसम विभाग (MeT) की भविष्यवाणी इस बार बिल्कुल सटीक साबित हुई है. घाटी के ऊपरी इलाकों में ताजा बर्फबारी हुई है, जबकि मैदानी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश ने सर्दी बढ़ा दी है.

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पिछले 12 घंटों के दौरान गुलमर्ग, सोनमर्ग, तंगधार और गुरेज घाटियों सहित कश्मीर के कई ऊंचे इलाकों में हल्की से भारी बर्फबारी हुई. गुलमर्ग स्की रिज़ॉर्ट, जो सर्दियों में सैलानियों के लिए खास आकर्षण रहता है, वहां ताजा बर्फ ने पूरे इलाके को सफेद चादर में ढक दिया है.

रजदान टॉप और फरकिन टॉप जैसे इलाकों में 3 से 5 इंच तक बर्फ गिर चुकी है, जबकि सदनाह और गुरेज के कुछ हिस्सों में 6 इंच तक बर्फ जम गई है.

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एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि मंगलवार रात फिसलन भरी सड़कों के कारण कई गाड़ियां फंस गईं, लेकिन राहतकर्मियों की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया.

सड़क परिवहन पर असर

लगातार बर्फबारी और फिसलन भरी सड़कों की वजह से कई रूटों पर ट्रैफिक को अस्थायी तौर पर रोका गया है. कुपवाड़ा, गुरेज और जोजिला एक्सिस में सड़कों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है.

स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना जरूरी कारण इन रूटों पर सफर न करें और मौसम विभाग की ताजा अपडेट पर ध्यान दें.

मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और तेज़ हवाएं

जहां पहाड़ी इलाके बर्फ की चादर में लिपटे हैं, वहीं घाटी के मैदानी हिस्सों में देर शाम तक रुक-रुककर बारिश होती रही. बारिश के साथ कई जगहों पर तेज़ हवाएं भी चलीं, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई. लोगों ने बताया कि मंगलवार शाम से ही ठंडक बढ़ने लगी थी, और अब सर्दी का असर महसूस होने लगा है.

मौसम विभाग ने सोमवार को ही चेतावनी दी थी कि 4 और 5 नवंबर के बीच ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है. मंगलवार शाम को विभाग ने एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि कुछ जगहों पर गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.

MeT श्रीनगर के निदेशक मुख्तार अहमद ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह बदलाव हुआ है. उन्होंने कहा, “बुधवार आधी रात के बाद मौसम में सुधार होगा. इसके बाद 17 नवंबर तक मौसम के सूखे और साफ रहने की उम्मीद है.”

अहमद ने बताया कि यह बर्फबारी मौसम के सामान्य चक्र का हिस्सा है और फिलहाल किसी बड़ी बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है.

गुलमर्ग में मौसम की दूसरी बर्फबारी

गौरतलब है कि गुलमर्ग में इस सीजन की पहली बर्फबारी 6 अक्टूबर को हुई थी. अब एक महीने बाद फिर से हुई बर्फबारी ने सैलानियों में उत्साह बढ़ा दिया है. पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में तापमान और गिरने से सर्दियों का सीजन जल्दी शुरू हो जाएगा, जिससे पर्यटन को रफ्तार मिलेगी.