जम्मू कश्मीर में मंगलवार (22 अप्रैल) को बड़ा आतंकी हमला हुआ है. बैसरन घाटी में पहाड़ से नीचे उतरकर आतंकियों को पर्यटकों को निशाना बनाया. इस हमले में दो लोगों की मौत हुई है और 12 लोगों के घायल होने की बात सामने आई है. सूत्रों की मानें तो ये आंकड़ा बढ़ सकता है. घटना के भयावह वीडियो भी सामने आए हैं. चश्मदीदों ने कैमरे पर बताया कि आतंकियों ने नाम पूछकर लोगों को गोली मार दी. पीएम नरेंद्र मोदी, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल और सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है.

सूत्रों के मुताबिक आतंकियों ने 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग की. सूत्रों की मानें तो दो से तीन आतंकियों ने गोलियों की बरसात कर दी. जम्मू कश्मीर के स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की.

आतंकियों के हमले की टाइमिंग

  • आतंकियों ने ऐसे समय में हमला किया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के लिए सऊदी अरब की यात्रा पर हैं.
  • वहीं, आतंकियों की ये कायराना करतूत की टाइमिंग को देखें तो ये हमला अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के भारत दौरे के दौरान किया गया है.
  • तीसरी महत्वपूर्ण बात ये है कि पहलगाम से ही अमरनाथ यात्रा शुरू होती है. इस साल 3 जुलाई से इस हिंदुओं के इस पवित्र यात्रा की शुरुआत हो रही है.

ब्रिगेडियर संदीप थापर (रिटा.) ने क्या कहा?

एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में ब्रिगेडियर संदीप थापर (रिटा) ने कहा, "मैंने पर्यटकों पर जम्मू कश्मीर में इतना बड़ा हमला नहीं देखा. अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अभी भी भारत में हैं...तो क्या आतंकियों ने ये दुनिया को दिखाने के लिए किया है?...3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू है, ये एक रूट है. अमरनाथ यात्रा के दो रूट हैं. एक अनंतनाग से है तो दूसरा गांदरबल से है. ये बालाकोट के बरारब का अटैक मुझे लग रहा है." 

नाम पूछकर मारे की पुरानी परंपरा- कर्नल यूएस राठौड़ (रिटा.) 

कर्नल यूएस राठौड़ (रिटा.) ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, "पाकिस्तान में जो कुछ होता है वो एक दूसरे से लिंक होता है. पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कश्मीर का मुद्दे लेकर आते हैं...हमने टूरिस्ट के ऊपर हमले देखे हैं लेकिन ये हमले तब होते हैं जब सीजन खत्म हो रहा होता है. रही बात नाम पूछकर मारने की तो ये घाटी में बहुत पुरानी परंपरा है. चाहे वो वहां पर वर्कर्स को मारें या कश्मीरी पंडितों को मारें, ये हमेशा हुआ है. लेकिन इस हमले का स्केल इतना बड़ा है कि ये वाकई कंपा देने वाला है."