जम्मू कश्मीर में खराब मौसम के अलर्ट के बीच रामबन के पास चट्टाने खिसकने से जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा. सोलंकी हाईवे बंद होने का असर चाहिए अमरनाथ जी की यात्रा पर नहीं पड़ा.

मौसम विभाग ने पहले ही जम्मू कश्मीर के 12 जिलों को लेकर अलर्ट जारी किया था कि इन जिलों में भारी बारिश के साथ भूस्खलन और चट्टान खिसक सकती है.

पहाड़ियों से अचानक मिट्टी और घारा तेजी से हाईवे पर आ गई

जम्मू के रामबन जिले में भारी बारिश हो रही थी जिसके चलते बुधवार सुबह जिले में बनी टी 2 टनल के पास पहाड़ से मलबा आने के कारण हाईवे को बंद करना पड़ा. इसी तरह टी 2 टनल के साथ सती पहाड़ियों से अचानक मिट्टी और घारा तेजी से हाईवे पर आया और हाईवे पर वाहन चल चलना ना मुमकिन हो गया.

जिसके बाद ट्रैफिक विभाग ने केवल इस हाइवे पर यातायात का रोक दिया बल्कि साथ ही हाईवे को साफ करने का काम भी शुरू कर दिया. इस मौके पर पहुंचे ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलते ही ट्रैफिक और रेस्क्यू टीमें हाईवे पर पहुंची और हाईवे पर पड़े हुए मलबे को साफ करने की प्रक्रिया शुरू की गई.

मौसम विभाग ने बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन जारी किया

ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जब हाईवे पर पहाड़ों से यह मलबा आया तब तक से अमरनाथ जी की यात्रा हाईवे से निकल चुकी थी जिसके कारण हाईवे बंद होने के बावजूद अमरनाथ यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन जारी कर बुधवार को अगले 24 घंटों में कठुआ, सांबा, उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, जम्मू, राजौरी, पुंछ, बारामूला और अनंतनाग सहित कई जिलों में अचानक बाढ़ के कम से मध्यम जोखिम की चेतावनी दी गई थी.

इसके अलर्ट के चलते, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) से जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जोखिमों को कम करने के लिए स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक सावधानियां और उपाय करने का आग्रह किया गया था.