Jammu Kashmir Snowfall: जम्मू-कश्मीर के खास पर्यटन स्थलों में शामिल गुलमर्ग और सोनमर्ग में सोमवार (21 जनवरी) को रातभर ताजा बर्फबारी हुई है. जबकि घाटी में न्यूनतम तापमान में इजाफा हुआ है, जिससे यहां रहने वाले लोगों को भीषण ठंड से राहत मिली. मौसम विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार (21 जनवरी) को इस संबंध में जानकारी दी है. श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे पर जोजिला अक्ष पर भी बर्फबारी दर्ज की गई.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मौसम विभाग ने मंगलवार (21 जनवरी) और बुधवार (22 जनवरी) को छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना जताई है, जबकि इसके एक दिन बाद अलग-अलग जगहों पर बहुत हल्की बारिश या हल्की बर्फबारी की संभावना है.
घाटी में रात के तापमान में बढ़ोत्तरी
बादल छाए रहने के कारण घाटी में रात के तापमान में बढ़ोत्तरी हुई. श्रीनगर में न्यूनतम तापमान सोमवार (21 जनवरी) की रात 1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो पिछली रात शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था. दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविरों में से एक पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात के शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे से चार डिग्री अधिक था.
पर्यटन स्थल गुलमर्ग में कितना रहा न्यूनतम पारा?
स्कीइंग के लिए मशहूर उत्तरी कश्मीर के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे, पंपोर के कोनिबल में शून्य से 0.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. कुपवाड़ा में 1 डिग्री सेल्सियस और कोकेरनाग में शून्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया.
कश्मीर इस समय 'चिल्लई-कलां' (Chillai-Kalan) की चपेट में है, जो सर्दियों में सबसे ठंडा समय होता है. 21 दिसंबर से शुरू हुए 40 दिनों के 'चिल्लई-कलां' के दौरान, बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक होती है और पारा काफी गिर जाता है. 'चिल्लई-कलां' 30 जनवरी को समाप्त होता है, इसके बाद 20 दिवसीय 'चिल्लई-खुर्द' (Chillai-Khurd) होती है, जिसे स्मॉल कोल्ड भी कहते हैं और 10 दिन का 'चिल्लई-बच्चा', जिसे बेबी कोल्ड कहते हैं.
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