Jammu Kashnir Lok Sabha Chunav Result 2024: जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के ऐलान के बाद आरोप- प्रत्यारोप, हार- जीत और सियासी उठापटक के बाद आज मंगलवार (5 मई) यह तय हो गया कि अगले पांच साल तक कौन यहां का प्रतिनिधित्व करेगा. जम्मू कश्मीर की पांच लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की साख दांव पर लगी थी. हालांकि इन दोनों सियासी दिग्गजों को करारी हार का सामना करना पड़ा.

निर्वाचन आयोग के जरिया जारी परिणामों के अनुसार, प्रदेश की अनंतनाग राजौरी लोकसभा सीट पर 20 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे थे. इस सीट से पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के अलावा एनसी से मियां अल्ताफ अहमद, जम्मू एंड कश्मीर पार्टी और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा था. महबूबा मुफ्ती के सियासी कद के उलट उन्हें एनसी प्रत्याशी मियां अल्ताफ अहमद ने 2 लाख 79 से अधिक वोटों के अंतर हार का सामना करना पड़ा. 

दो पूर्व सीएम को मिली करारी हारइसी तरह जम्मू कश्मीर की एक और सबसे चर्चित बारामूला लोकसभा सीट से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ताल ठोक रहे थे. बारामूला से कु 22 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. उम्मीदों के इतर निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रशीद शेख उर्फ इंजीनियर रशीद ने उमर अब्दुल्ला को 1 लाख 94 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया. इंजीनियर रशीद टेरर फंडिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उमर अब्दुल्ला ने अपनी स्वीकार करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि इंजीनियर रशीद भले ही चुनाव जीत गए हों लेकिन उन्हें कम ही उम्मीद है कि वह जेल से बाहर आ पाएंगे और उत्तरी कश्मीर के लोगों के प्रतिनिधित्व कर पाएंगे जिसके वह हकदार हैं.

श्रीनगर लोकसभा सीट से नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार आगा सैयद रुहुल्ला मेहदी ने 1 लाख 72 से अधिक वोटों से जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने पीडीपी उम्मीदवार वहीदउर्रहमान पारा को हराया. जम्मू सीट से कुल 24 उम्मीदवार चुनावी रण में थे. जम्मू कश्मीर की उधमनगर से केंद्रीय मंत्रई जितेंद्र सिंह ने 1 लाख 17 हजार से अधिक वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी लाल सिंह को हराया जबकि जम्मू सीट से बीजेपी प्रत्याशी जुगल किशोर ने 1 लाख 31 हजार से अधिक वोट से जीत हासिल की. यहां भी बीजेपी प्रत्याशी ने कांग्रेस उम्मीदवारो को करारी शिकश्त दी.

बीजेपी ने 2 सीटों पर लहरया जीत का परचमजम्मू कश्मीर की पांच में से सिर्फ 2 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. बीजेपी ने जम्मू कश्मीर के हिंदू बाहुल्य सीट उधमपुर और जम्मू में ही अपने उम्मीदवार उतारे थे और इसमें बीजेपी काफी हदतक कामयाब भी रहे. बीजेपी ने घाटी की तीन सीटों पर उम्मीदवार नहीं खड़ा किया था. बीजेपी के इस फैसले पर पार्टी ने हैरानी जताई थी. पार्टी आलाकमान की तरफ कहा गया था कि जो पार्टी यहां मजबूती से चुनाव लड़ेगी और जिनकी विचारधारा उनसे मिलेगी वह उसी का समर्थन करेंगे.  कयासों और दावों पर वोटों की काउंटिंग के बाद विराम लग गया. बीजेपी और नेशनल कांफ्रेंस ने प्रदेश की दो सीटों पर और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल किया था.   

बीजेपी ने हासिल किए सबसे अधिक वोटजम्मू कश्मीर की 5 लोकसभा सीटों पर 35 साल बाद रिकॉर्ड 58 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई. इस बार लोकसभा चुनाव बीजेपी और एनसी ने एक समान दो-दो सीटों पर जीत हासिल की है. हालांकि वोटिंग शेयर के मामले में बीजेपी 24.32 फीसदी के साथ अव्वल रही है, इसके बाद अन्य उम्मीदवारों ने 23.89 फीसदी वोट शेयर किए जबकि नेशनल कांफ्रेंस ने 22.42 फीसदी वोट शेयर किया. इस बार कांग्रेस ने 19.28 फीसदी वोट हासिल किया, हालांकि उन्हें किसी सीट पर कामयाबी नहीं मिली. 

इसके जम्मू कश्मीर आम चुनाव में ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लॉक ने 0.05 फीसद, बीएसपी ने 0.37 फीसदी, जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (भीम) ने 0.45 फीसदी वोट हासिल किए. जम्मू कश्मीर की प्रमुख पार्टियों में से एक पीपुल्स डेमोक्रेडिट पार्टी ने महज 8.56 फीसदी वोट हासिल किए. नोटा को भी 0.67 फीसदी मतदाताओं ने वोट देकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और मजबूत लोकतंत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. 

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