जम्मू-कश्मीर में मौसम विभाग ने 12 जिलों के लिए अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की. गौरतलब है कि इससे पहले विभाग ने प्रदेश में तीन दिनों का अलर्ट पहले ही जारी किया था. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने एक बाढ़ मार्गदर्शन बुलेटिन जारी किया है.
इसमें अगले 24 घंटों में कठुआ, सांबा, उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, रियासी, जम्मू, राजौरी, पुंछ, बारामूला और अनंतनाग सहित कई जिलों में अचानक बाढ़ के कम से मध्यम जोखिम की चेतावनी दी गई है.
सावधानियां और उपाय करने का आग्रह किया
इसके अलर्ट के चलते, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (DDMA) से जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जोखिमों को कम करने के लिए, स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार आवश्यक सावधानियां और उपाय करने का आग्रह किया गया है.
गौरतलब है कि इससे पहले ही सोमवार को मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए जम्मू-कश्मीर में अलर्ट जारी किया था. इस अलर्ट में कहा गया था कि 24 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है, और इसके साथ ही इन जिलों में भूस्खलन और चट्टानें खिसकने की घटनाएं भी हो सकती हैं.
कई जगहों से भूस्खलन की भी खबरें आईं
इस अलर्ट के चलते मंगलवार को जम्मू से तकरीबन सभी जिलों में नदियां उफान पर रहीं. पांच में कई जगहों से भूस्खलन की भी खबरें आईं. जम्मू संभागीय आयुक्त ने मूसलाधार बारिश के बाद जम्मू में हुए नुकसान और पुनर्स्थापन कार्यों का जायजा लिया.
संभागीय आयुक्त जम्मू रमेश कुमार ने एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें मूसलाधार बारिश से हुए नुकसान और संभाग भर के जिला प्रशासनों और कार्यान्वयन एजेंसियों द्वारा शुरू किए गए पुनर्स्थापन कार्यों का जायजा लिया गया.
संपत्ति और जान-माल के नुकसान के बारे में भी जानकारी दी
जम्मू संभाग के उपायुक्तों, विभागाध्यक्षों और कार्यान्वयन एजेंसियों के संबंधित अधिकारियों ने संभागीय आयुक्त को हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश के बाद अपने-अपने जिलों की स्थिति से अवगत कराया.
उपायुक्तों ने सड़क संपर्क, बिजली, पानी की आपूर्ति, स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं जैसी अन्य आवश्यक सेवाओं के कामकाज, एहतियाती उपायों और जन सुरक्षा के लिए सलाह के संदर्भ में स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने संपत्ति और जान-माल के नुकसान के बारे में भी जानकारी दी.
24X7 नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश
संभागीय आयुक्त ने आपातकालीन कॉलों की रिपोर्टिंग और प्रतिक्रिया के लिए सभी जिलों में 24X7 नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिए. उन्होंने जन सुरक्षा और यातायात संबंधी सलाह जारी करने और उनका व्यापक प्रचार करने को भी कहा.
लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को सड़क संपर्क को यथाशीघ्र बहाल करने के लिए अपने कर्मचारियों और मशीनरी को तैयार रखने को कहा गया. मुख्य अभियंता जल शक्ति को स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया, खासकर उन क्षेत्रों में, जो कुओं पर निर्भर हैं.
लोगों को अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्देश दिया
विद्युत विकास विभाग को बिजली आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के लिए पर्याप्त ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने को कहा गया. जल जनित रोगों की रोकथाम पर भी ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए गए.
संभागीय आयुक्त ने उपायुक्तों को SDRF और रेड क्रॉस के तहत प्रभावित लोगों को अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्देश दिया. उपायुक्तों को शाम तक अपने-अपने जिलों में हुए नुकसान और किए गए मरम्मत एवं जीर्णोद्धार कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया.