जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नौगाम पुलिस थाने में दुर्घटनावश हुए विस्फोट की घटना पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई हैं. इस धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए है. उपराज्यपाल ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. 

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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर कहा कि 'मैंने आकस्मिक विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं.' उपराज्यपाल ने घटना में जनहानि होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया.

उपराज्यपाल ने हादसे पर जताया दुख

मनोज सिन्हा ने आगे कहा- श्रीनगर के नौगाम पुलिस थाने में हुए अत्यंत दुखद और आकस्मिक विस्फोट में बहुमूल्य लोगों की मौत होने से अत्यंत व्यथित हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. सिन्हा ने कहा कि सरकार, दिवंगत लोगों के परिवारों, मित्रों और प्रियजन के साथ एकजुटता से खड़ी है. प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है. 

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बता दें कि श्रीनगर के नौगाम थाने में बीती रात भयानक विस्फोट हो गया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई. दिल्ली धमाके के बाद हुए इस ब्लास्ट से पूरे देश में हड़कंप मच गया था, हालांकि बाद में गृहमंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया कि ये धमाका एक हादसा था. 

नौगाम धमाके पर डीजीपी का बयान

इस मामले में जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने भी जानकारी दी और बताया कि ये कोई आंतकी घटना नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था. डीजीपी ने बताया कि फरीदाबाद लाई गई विस्फोटक सामग्री को मानक प्रक्रिया के तहत पुलिस स्टेशन में सुरक्षित रखा गया था. 

विस्फोटक सामग्री की संवेदनशीलता को देखते हुए उसकी सैंपलिंग और परीक्षण किया जा रहा है. इसके लिए निर्धारित मानकों के अनुसार सावधानियों बरती जा रही थी लेकिन बावजूद इसके बीती रात इसमें धमाका हो गया. मृतकों में 1 SIA अधिकारी, 3 FSCL कर्मी, 2 क्राइम फ़ोटोग्राफ़र, दो राजस्व विभाग कर्मचारी और एक टेलर शामिल हैं. धमाके की वजह से आसपास की इमारतों को भी नुक़सान हुआ है.