स्वतंत्रता दिवस समारोह और उससे जुड़े अन्य कार्यक्रमों से पहले कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार, श्रीनगर शहर में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिन्हें समारोह में खलल डालने के लिए हमले करने के निर्देश दिए गए हैं.

आईजीपी कश्मीर विजय कुमार वृधि और एडीजीपी सशस्त्र जम्मू-कश्मीर आनंद जैन ने आज स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों का जायजा लेने के लिए लाल चौक, श्रीनगर के प्रताप पार्क स्थित बलिदान स्तंभ का दौरा किया.

ड्रेस रिहर्सल में शामिल हुए पुलिस अधिकारी 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बलिदान स्तंभ पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए आयोजित ड्रेस रिहर्सल में भी शामिल हुए. यह पहली बार है जब स्मारक की दीवारों पर अंकित शहीदों को सम्मान चिह्न प्रदान किया जाएगा.

'15 अगस्त के लिए सुरक्षा चाक चौबंद'

इस अवसर पर, आईजीपी कश्मीर वी के बिरदी ने कहा कि 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद है और असामाजिक तत्वों के किसी भी नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं.

स्वतंत्रता दिवस से पहले, मंगलवार 12 अगस्त को श्रीनगर में एक विशाल तिरंगा रैली आयोजित की जाएगी, जिसे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. 5 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में स्कूली बच्चों और आम नागरिकों सहित 10 हज़ार से ज़्यादा लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिसे एसकेआईसीसी लॉन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा.

बख्शी स्टेडियम में आयोजित होगा समारोह

स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह 15 अगस्त को बख्शी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जहां जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के 20 ज़िलों में भी बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं.

पिछले साल निर्वाचित सरकार के गठन के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है और उमर स्वतंत्रता दिवस पर सलामी लेने वाले जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री होंगे.