Jammu Kashmir News: जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में ईदगाह और जामिया मस्जिद में ईद की निमाज़ नहीं पढ़ी गई. ईदगाह में वक्फ बोर्ड ने निर्माण कार्य का हवाला देते हुए नमाज़ ना करने का फैसला लिया. वहीं, सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस ने जामिया मस्जिद को बंद कर दिया.

बाक़ी छोटी और बड़ी मस्जिदों में ईद की नमाज़ हो रही है. सब से ज़्यादा बड़ी संख्या में लोग दरगाह हज़रतबल में जुटे, जहां मुखमंत्री उमर अब्दुल्ला के नमाज़ में शामिल होने की उम्मीद है. यहां 10.30 बजे नमाज़ अदा होगी.

प्रशासन और वक्फ बोर्ड की मीटिंगहाल ही में ईद-उल-फितर की तैयारियों की समीक्षा करते हुए प्रशासन और बोर्ड के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठ हुई थी. इस बैठक में मस्जिद में व्यापक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था. वक्फ बोर्ड प्रबंधन को निर्देश दिया गया था कि सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर काम करें.

लोगों ने की आलोचनागौरतलब है कि ईद न होने के ऐलान के बाद श्रीनगर की जनता ने प्रशासन की आलोचना की. उन्होंने काह कि ईद से पहले मस्जिद का मरम्मत कार्य पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इतने बड़े पर्व पर भी अगर मस्जिद अधूरी है, तो किसकी जिम्मेदारी होगी? दरअसल, श्रीनगर की ऐतिहासिक ईदगाह से लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं, लेकिन बोर्ड की टीम यह काम पूरा नहीं कर सकी.

वहीं, लोगों का सवाल है कि मस्जिद के मरम्मत कार्य के लिए यह समय क्यों चुना गया? इबादत के ऐसे जरूरी मौके पर, जो साल में एक बार अनिवार्य है, इसी समय मस्जिद में मरम्मत का काम रखवाने का क्या मतलब बनता है? 

इसके अलावा, वक्फ ने डल झील के किनारे बनी हजरतबल दरगाह में ईद की नमाज की तैयारियां पूरी कीं. यहां शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा की गई.

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