कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की जांच हर दिन नए खुलासे कर रही है. स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने एक अहम कार्रवाई करते हुए पुलवामा से एक AC टेक्नीशियन को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया है, जबकि एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है. एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क का लाल किला ब्लास्ट केस से संभावित लिंक भी तलाश रही हैं.

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अधिकारियों के मुताबिक, श्रीनगर के बटमालू निवासी 26 वर्षीय तुफैल नियाज भट को गिरफ्तार किया गया है. भट इंडस्ट्रियल एस्टेट पुलवामा में AC टेक्नीशियन के रूप में काम करता था. उसे पहले हिरासत में लेकर लगातार पूछताछ की गई, जिसके बाद जैश मॉड्यूल केस से जुड़े सबूत मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. जांच में सामने आया है कि भट AK-47 राइफल का सप्लायर हो सकता है. वही हथियार जो अनंतनाग के GMC में डॉक्टर आदिल अहमद के लॉकर से बरामद हुआ था.

NIA की कस्टडी में मुख्य आरोपी है डॉ. आदिल

डॉ. आदिल अहमद इस केस में पहले से ही NIA की कस्टडी में मुख्य आरोपी हैं. उनके खिलाफ मिले डेटा और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच में इस नेटवर्क के कई और चेहरे सामने आए हैं.

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पाकिस्थानी हैंडलर से नियाज ने लिया था हथियार

जांच एजेंसियों के अनुसार, लाल किला ब्लास्ट का सुसाइड बॉम्बर डॉ. उमर फारूक अपने MBBS के दौरान बटमालू के उसी मकान में किराए पर रहता था जहां तुफैल नियाज रहा करता था. माना जा रहा है कि इसी नजदीकी के कारण दोनों में संपर्क बना और शक है कि नियाज ने वही हथियार उमर फारूक को दिया, जिसे बाद में उसने डॉ. आदिल को सौंप दिया. यह राइफल पहले की रेड में बरामद हो चुकी है.

एक अहम खुलासे में पता चला है कि नियाज ने यह हथियार एक पाकिस्तानी हैंडलर से हासिल किया था, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. एजेंसियां हैंडलर के मूवमेंट ट्रेल और मॉड्यूल तक पहुंचाए गए हथियारों की मात्रा और सोर्स का पता लगाने में जुटी हैं.

डॉ. मुनीब ने को SIA ने किया गिरफ्तार

इसी केस से जुड़े एक और पहलू में SIA ने शोपियां के पड्डर गांव निवासी MBBS, MD डॉक्टर मुनीब-उल-इस्लाम को भी हिरासत में लिया है. वह वर्तमान में श्रीनगर के बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल में सीनियर रेजिडेंट के रूप में कार्यरत हैं. बताया जा रहा है कि वह सुसाइड बॉम्बर डॉ. उमर फारूक के करीबी दोस्त थे और उनसे संभावित लिंक की गहन पूछताछ की जा रही है.

इस बीच, केस के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन सामने आने के बाद आरोपी डॉ. आदिल के भाई डॉ. मुजफ्फर अहमद के खिलाफ नॉन-बेलेबल वारंट जारी किया गया है. रिकॉर्ड से पता चला है कि वह हाल में दुबई के रास्ते अफगानिस्तान गए हो सकते हैं. अधिकारियों का कहना है कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं.

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