Jammu Kashmir Politics: जम्मू कश्मीर को वापस राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस अब फ्रंट फुट पर आ गई है. 13 फरवरी से कांग्रेस जम्मू रीजन के सभी 10 जिलों में अधिवेशन की शुरुआत कर रही है, जहां कांग्रेस जनता से सीधा संवाद करेंगी. जनता और अपने कार्यकर्ताओं से इस सीधे संवाद में कांग्रेस का मुख्य मुद्दा जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाना होगा.
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि इन अधिवेशनों के जरिए कांग्रेस लोगों और अपने कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगी. इन अधिवेशन के जरिए कांग्रेस बीजेपी के उन खोखले वादों को भी जनता के बीच पहुंचाएगी जिन वादों में जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया जाना शामिल था.
क्या सीएम और कांग्रेस के बीच मीटिंग हुई?प्रवक्ता रविंद्र शर्मा से पुछा गया कि स्टेटहुड को लेकर क्या सीएम उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस के बीच मीटिंग हुई?. इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है लेकिन हमारे बीच कोई गैप नहीं है हम सरकार के हिस्सा है अगर कहीं कोई कमी दिखती है तो सरकार को बताना हमारा काम है.
अधिवेशनों का रहेगा हिस्सा वहीं जम्मू कश्मीर में सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस भी अब तक स्टेटहुड को लेकर केंद्र सरकार को मना नहीं पाई है. ऐसे में कांग्रेस का दावा है कि स्टेटहुड के बाद जम्मू कश्मीर में जिस तरह से अफसर शाही का बोलबाला है, यह भी इन अधिवेशनों का एक हिस्सा रहेगा.
'जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाती रहेगी कांग्रेस'कांग्रेस में दावा किया है कि वह बेशक जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के साथ अलायंस में है, लेकिन बतौर एक राजनीतिक दल, वह जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाती रहेगी. कांग्रेस दावा कर रही है कि इन अधिवेशनों के बाद जो मुख्य बिंदु उभर कर सामने आएंगे उन्हें मार्च से शुरू होने वाले विधानसभा में भी उठाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: दिल्ली जीत के बाद अब इस राज्य पर बीजेपी की नजर, तरुण चुघ बोले- 'यहां भी बनाएंगे सरकार'