जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की गुजरात यात्रा पूरी अब पूरी हो चुकी है. वे 31 जुलाई और 1 अगस्त तक अपने दो दिवसीय गुजरात दौर पर थे. इस दौरान उन्होंने गुजरात के कई ऐतिहासिक स्थलों का दौरा भी किया.

अपनी यात्रा पूरी होने की जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर दी. उन्होंने लिखा कि उनका अहमदाबाद दौरा पूरा हो गया है और उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम घूमने का सौभाग्य मिला. उमर ने कहा कि गांधीजी की शिक्षाएं आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं और हमें सही दिशा दिखाती हैं, भले ही हम अक्सर उस दिशा में न चलें.

उमर अब्दुल्ला ने क्यों की गुजरात की यात्रा?

उमर अब्दुल्ला की यह यात्रा केवल व्यक्तिगत नहीं थी, बल्कि इसके पीछे जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने का मकसद था. उन्होंने कहा कि वे और उनके साथी पूरे देशवासियों को जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, खासकर इस साल की शुरुआत में हुए दुखद घटनाक्रमों के बाद. उमर ने कहा, "मैं मानता हूं कि यात्रा हमारे सोचने के दायरे को बढ़ाती है."

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उमर अब्दुल्ला की गुजरात यात्रा पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया, "कश्मीर टू केवड़िया! अच्छा लगा कि उमर अब्दुल्ला जी ने साबरमती रिवरफ्रंट पर दौड़ का आनंद लिया और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दौरा किया. उनकी यात्रा एकता का संदेश देती है और देशवासियों को भारत के विभिन्न हिस्सों की यात्रा के लिए प्रेरित करेगी."

पर्यटन से उम्मीदें और दिशा

उमर ने इस बात पर भी जोर दिया कि गुजरात एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जहां से बड़ी संख्या में लोग जम्मू-कश्मीर पर्यटन के लिए जाते हैं. इसलिए, उनका यह दौरा रणनीतिक रूप से अहम है. उनके अनुसार, गुजरात में लोगों को सीधे आमंत्रित करना और उन्हें जम्मू-कश्मीर की सुंदरता और शांति से अवगत कराना, राज्य के पर्यटन को एक नई दिशा देने में मदद करेगा.