Waqf Amendment Bill News: जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा कि कोई भी कानून अभी पारित नहीं किया गया. जेपीसी का गठन किया गया है और बहस चल रही है. कुछ दिन पहले मीरवाइज उमर फारूक भी कमेटी में गए थे और अपने मुद्दे रखे. कमेटी जब अपना काम पूरा कर लेगी, तब संसद में इस पर चर्चा होगी.
पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में वक्फ संशोधन विधेयक संसद मं पेश किया गया था, लेकिन विपक्ष के हंगामे और मांग पर इसे जेपीसी को भेज दिया गया था. जेपीसी में अलग-अलग पार्टियों के प्रतिनिधि थे जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों मौजूद था. कई दौर की बैठक के बाद जेपीसी ने बदलावों को मंजूरी दे दी.
सत्ता पक्ष के 14 सुझावों को मिली बैठक में मंजूरी
वक्फ विधेयक के बदलावों को संसद की संयुक्त समिति की अब मंजूरी मिल गई है और जिससे इसे संसद में पेश करने का रास्ता साफ हो गया है. जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने बताया कि बैठकों में 44 संशोधनों पर चर्चा हुई है. एनडीए सांसदों के 14 सुझावों को मंजूरी दी गई जबकि विपक्ष के सुझावों को खारिज कर दिया गया. अब यह विधेयक बजट सत्र में पेश होने की संभावना है.
बजट सत्र में पारित कराने की कोशिश करेगा सत्ता पक्ष
बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को होने वाली है. इसमें यह बजट पेश कराकर एनडीए इसे पारित कराने की कोशिश करेगी. सत्र के दौरान हंगामे के आसार अभी से नजर आ रहे हैं. संसोधन विधेयक में कई बदलाव हैं. इनमें से एक यह है कि विवादित प्रॉपर्टी को वक्फ को नहीं दिया जा सकेगा. वही व्यक्ति अपनी संपत्ति वक्फ को देगा जो कम से कम पांच साल तक इस्लाम धर्म का अनुयायी रहा हो.
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