बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान 5 नवंबर को श्रीनगर में स्थित हजरतबल दरगाह पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिले ये पूरे देश की साझा इच्छा है. 

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उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे क्षेत्र में सामान्य हालात बहाल करने के प्रयासों को और तेज करें. खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पूरा देश चाहता है कि जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति स्थापित हो और राज्य का गौरव दोबारा लौटे.

जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली पर जोर

आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री सहित सभी लोग जम्मू-कश्मीर की स्थिरता और विकास की कामना करते हैं. उन्होंने दोहराया कि राज्य का दर्जा बहाल होना तभी संभव है जब लोग खुद इसके लिए उपयुक्त माहौल तैयार करें. पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश ने यहां नफरत और अविश्वास फैलाया है, जिसे अब खत्म करने की जरूरत है. खान के अनुसार, “हम सभी को फिक्र है और हम सामान्य हालात चाहते हैं. यह सबकी इच्छा है, यह पूरे भारत की इच्छा है.”

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बिहार चुनाव को बताया लोकतंत्र का उत्सव

बिहार में पहले चरण के विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर खान ने कहा कि सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, 6 को पहले चरण के मतदान है और 11 को दूसरे, इसके तीन दिन बाद नतीजे आ ही जाएंगे. उन्होंने चुनावों को “लोकतंत्र का उत्सव” बताया और कहा कि किसी की पारिवारिक पृष्ठभूमि शासन करने की योग्यता तय नहीं करती. खान ने कहा, “सरकार चलाने वाला व्यक्ति मतपेटी के जरिये चुना जाता है. उन्हें जनता से एक निश्चित अवधि के लिए जनादेश मिलता है, वे संप्रभु नहीं हैं, देश की जनता संप्रभु है.”

युवाओं को प्रेरित करने वाला संदेश

आरिफ मोहम्मद खान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने यह साबित किया है कि कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत और विश्वास से सर्वोच्च पदों तक पहुंच सकता है. पीटीआई के अनुसार, उन्होंने कहा, “इससे युवाओं को संदेश मिलता है कि हमारे पास ऐसी व्यवस्था है जहां आप कितनी भी ऊंचाई तक पहुंचने की आकांक्षा रख सकते हैं. बस लोगों का विश्वास जीतना जरूरी है, उसके बाद कोई सीमा नहीं रहती.”