Himachal Government: जहां एक तरफ देश की संसद में कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा देखने को मिल रहा है. तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने रिकॉर्ड काम कर देशभर की अन्य विधानसभाओं के लिए उदाहरण स्थापित किया है. 6 अप्रैल को 16 दिन की बैठकों के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई. इन 16 बैठकों में विधानसभा में 75 घंटे 59 मिनट तक कार्यवाही चली. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कार्य उत्पादकता 93.77 फीसदी रही. विधानसभा के 896 प्रश्नों का उत्तर दिया गया. इनमें 689 तारांकित और 257 अतारांकित प्रश्न शामिल थे. अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र अगस्त महीने में होगा.


बजट चर्चा में 52 सदस्यों ने लिया भाग
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि उन्होंने पक्ष-विपक्ष के सदस्यों को बोलने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब विपक्ष के सदस्यों को सत्ता पक्ष के सदस्यों से अधिक बोलने का मौका दिया गया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 17 मार्च को हिमाचल प्रदेश का बजट पेश किया. इस बजट की चर्चा में सदन के कुल 52 सदस्यों ने भाग लिया. बजट पर 19 घंटे का 51 मिनट तक चर्चा हुई. विधानसभा सत्र के दौरान दो प्राइवेट मेंबर बिल आयोजित किए गए.


1200 बच्चों ने भी देखी विधानसभा की कार्यवाही
हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि इस बार सदन में बड़ी संख्या में विधायक पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. ऐसे में उन्होंने नए सदस्यों को भी चर्चा में भाग लेने का मौका दिया. पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कार्यवाही के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि विधानसभा की कार्यवाही में हुई कुल 16 बैठकों में 1 हजार 200 बच्चों ने भी विधानसभा की कार्यवाही देखी.


तीखी नोकझोंक के साथ खुशनुमा भी रहा माहौल 
हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह कांग्रेस सरकार का पहला बजट सत्र था. पहले ही बजट सत्र में विपक्ष के सदस्यों ने सरकार को घेरने की कोशिश की. विधायक निधि पर रोक, संस्थान डिनोटिफाई करने और महिलाओं को हर महीने 1 हजार 500 रुपए देने के मामले में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. सदन में चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने एक-दूसरे पर जमकर तंज भी किया. इस दौरान सदन में जमकर ठहाके भी लगे. इस तरह हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान माहौल कभी गर्म तो कभी खुशनुमा बना रहा.


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