Tourism in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार का 4.3 फीस हिस्सा है. हिमाचल के लाखों लोगों का रोजगार पर्यटन कारोबार के साथ जुड़ा हुआ है. बीते दिनों हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई तबाही के बाद पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रदेश से जिस तरह की तस्वीरें सामने आई, उसने हर किसी को डरा कर रख दिया. जिस किसी ने भी तबाही का मंजर देखा, वह अब पहाड़ों का रुख करने में डर महसूस कर रहा है.


शिमला का पर्यटन कारोबार ठप


कुल्लू-मनाली, मंडी और किन्नौर में हुई भारी तबाही की वजह से शिमला का पर्यटन कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हो चुका है. हालांकि तुलनात्मक तौर पर शिमला में बेहद कम नुकसान हुआ. शिमला का मौसम भी काफी हद तक साफ है. बावजूद इसके शिमला का रुख करने से भी पर्यटक डर रहे हैं. इन दिनों शिमला के होटलों में भी केवल एक फ़ीसदी से दो फ़ीसदी ऑक्युपेंसी है. इससे पहले जिन पर्यटकों ने एडवांस बुकिंग कराई थी, वह भी अपनी बुकिंग कैंसिल करवा चुके हैं. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन निगम अपने सभी होटलों पर 50 फ़ीसदी तक का डिस्काउंट भी दे रहा है. यह डिस्काउंट आगामी 15 सितंबर तक लागू रहेंगे.


CM सुक्खू से भी की है मुलाकात


ऑल हिमाचल टूरिज्म स्टेक होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंदर सेठ का कहना है कि शिमला का पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कुल्लू मनाली में हुई तबाही की वजह से शिमला में भी पर्यटन कारोबार ठप हो गया है. उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली के पर्यटन कारोबारियों के साथ उनकी संवेदना है, लेकिन तुलनात्मक तौर पर शिमला का मौसम साफ है. उन्होंने इस बात को लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप से मुलाकात की है.


पर्यटन कारोबारियों की सरकार से मांग है कि शिमला समेत अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों के वेदर बुलेटिन समय-समय पर जारी किए जाए. इससे हिमाचल प्रदेश में आने की इच्छा रखने वाले पर्यटकों को मौसम के बारे में जानकारी मिल सकेगी. साथ ही पर्यटक शिमला आने का मन भी बना सकेंगे. उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए शिमला पूरी तरह सुरक्षित है.


कारोबारियों को याद आया कोरोना काल का अनचाहा सन्नाटा


हालांकि बरसात के मौसम में लैंडस्लाइड का डर बना रहता है. बावजूद इसके शिमला की सड़कें भी खुली हुई हैं और यह खूबसूरत शहर पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने कहा है कि पर्यटन कारोबारियों का गुजर-बसर पूरी तरह पर्यटकों पर ही निर्भर है. ऐसे में यदि पर्यटक हिमाचल प्रदेश का रुख नहीं करेंगे, तो आने वाला वक्त और ज्यादा मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सीजन में पर्यटकों की आमद खत्म होने से कारोबारियों को कोरोना काल का अनचाहा सन्नाटा दोबारा याद आ गया है.


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