Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के जरूरतमंद मरीजों और तीमारदारों के लिए राहत भरी खबर है. अब इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से पीजीआई चंडीगढ़ (PGI Chandigarh) के लिए रेफर होने वाले मरीजों को मुफ्त एम्बुलेंस की सुविधा मिलेगी. एक महीने में छह दिन पीजीआई चंडीगढ़ के लिए चलने वाली इस एम्बुलेंस (Ambulance) में मरीजों को मुफ्त में पीजीआई तक पहुंचाया जाएगा. नोफल संस्था की इस पहल से गरीब परिवार से संबंध रखने वाले मरीजों को फायदा मिलेगा.


इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला  से पीजीआई चंडीगढ़ के लिए चलने वाली मुफ्त एमबुलेंस को राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान डॉ. सिकंदर कुमार ने कहा कि संस्था की इस पहल से प्रदेश के जरूरतमंद मरीजों को फायदा होगा. सांसद सिकंदर कुमार ने कहा कि आने वाले वक्त में संस्था इस सुविधा को छह दिन से बढ़ाकर 10 से 12 दिन करने की दिशा में भी काम कर रही है. डॉ. सिकंदर कुमार ने कहा कि उन्होंने भी संस्था को आश्वस्त किया है कि वह भी इस काम में संस्था की सहायता करेंगे. जिन गरीब मरीजों और तीमारदारों को इस सुविधा की जरूरत होगी, उन्हें यह सुविधा मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाएगी.


महीने में छह दिन मिलेगी मुफ्त सुविधा
संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक की अनुशंसा के बाद ही मरीज को यह मुक्त सुविधा मिल सकेगी. उन्होंने कहा कि पहले इस एम्बुलेंस को महीने में चार दिन तक चलाए जाने की योजना थी. बाद में संस्था के साथ दानी सज्जन ने दो दिन का खर्चा उठाने की बात कही. इसके बाद अब इस एम्बुलेंस सेवा को छह दिन तक चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भविष्य में इस एम्बुलेंस सेवा के दिन बनाए जाने की योजना है. इसके लिए उन्होंने लोगों से आगे आकर मरीजों के हित में काम करने का भी आह्वान किया है.


जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित होगी सुविधा
 रोजाना इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में हजारों मामले सामने आते हैं. अस्पताल में कई ऐसे भी मामले रिपोर्ट किए जाते हैं, जिनका इलाज यहां संभव नहीं होता.ऐसे में डॉक्टर बेहतर इलाज के लिए मरीजों को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर देते हैं. कई जरूरतमंद परिवार मरीजों और तीमारदारों के आर्थिक हालात ऐसे होते हैं, जो एम्बुलेंस तक का खर्च वहन नहीं कर सकते. ऐसे में यह मुफ्त एम्बुलेंस सुविधा मरीजों के लिए बेहद मददगार साबित होगी.


ये भी पढ़ें- Himachal Pradesh: बाल सत्र में 'वित्त मंत्री' बन विपक्ष को तर्कों से किया था चित्त! जानिए- कौन हैं फैजान?