Continues below advertisement

जंजहैली के शिकारी माता मंदिर में दर्शन करने के बाद लौट कर आ रहा एक परिवार रास्ता भटक गया. इस परिवार को छोटे बच्चों के साथ रात जंगल में गुजारनी पड़ी. लेकिन 8 सदस्यीय परिवार शुक्रवार सुबह टंग्राल नाला के पास सुरक्षित मिल गया. यह परिवार डडौर क्षेत्र के निवासी हैं. बीती शाम 23 अक्टूबर को करीब 730 बजे घने जंगल व धुंध के कारण ये रास्ता भटक गए थे.

जैसे ही प्रशासन को इसकी सूचना मिली रात 11:00 बजे एसडीआरएफ की टीम जंजहैली के लिए रवाना की गई और रात 2ः00 बजे रुहाड़ा क्षेत्र में पहुंचकर खोज-बचाव अभियान शुरू किया गया. रात भर चले खोजबीन के बाद आज सुबह 6ः30 बजे सभी परिवारजनों को सकुशल ढूंढ लिया गया.

Continues below advertisement

कठिन परिस्थितियों में अभियान किया पूरा

एसडीएम थुनाग मनु वर्मा पूरी रात स्थल पर मौजूद रहीं और बचाव कार्य की निगरानी करती रहीं. पुलिस, राजस्व विभाग, होम गार्ड, दमकल और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमों ने समन्वय से कार्य करते हुए कठिन परिस्थितियों में यह अभियान पूरा किया.

एसडीआरएफ को किया गया तैनात

इस परिवार में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार सहित कुल 8 सदस्य शामिल थे, जो मंदिर से लौटते समय मुख्य मार्ग से भटक गए थे. राजेन्द्र कुमार के साथ इनकी विद्यार्थी रही जंजैहली की रहने वाली आरती भी मौजूद थीं. उपप्रधान भीम सिंह ने जंजहैली पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दी, जिसके बाद तीन अलग-अलग खोज दल तैनात किए गए, पहला दल बूढ़ाकेदार की दिशा में, दूसरा रायगढ़ क्षेत्र से मुख्य सड़क मार्ग पर और तीसरा देज्जी से पखथियार की ओर रवाना किया गया. प्रारंभिक खोज में सफलता न मिलने पर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र, मंडी के माध्यम से एसडीआरएफ को तैनात किया गया.

प्रशासन और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से यह अभियान पूरी तरह सफल रहा और सभी सदस्य सुरक्षित अपने परिवार के साथ लौट आए हैं.