HP News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के बजट सत्र के दूसरे दिन बीजेपी विधायक डॉ. हंसराज ने अपने संबोधन के दौरान आमरण अनशन चेतावनी दे डाली. जिला चंबा के चुराह विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. हंसराज ने कहा कि अगर बंद किए गए संस्थान नहीं खोले और विधायक विकास निधि जल्द जारी नहीं की गई, तो वे आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.


सदन में नियम- 67 के तहत हो रही चर्चा में अपने संबोधन के दौरान डॉ. हंसराज ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने पर बहुत खुश हुए थे. राजघराने की जगह एक चालक के बेटे को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया था. हंसराज ने कहा कि विपक्ष में रहकर प्रदेश के हित के बारे में बात किया करते थे, लेकिन अब बदल गए हैं.


पूरे प्रदेश के बारे में सोचें CM सुक्खू: डॉ. हंसराज


डॉ. हंसराज ने कहा कि सदा के लिए कोई मुख्यमंत्री नहीं होता. मुख्यमंत्री को संस्थान खोलने के बारे में विचार करना चाहिए. डॉ. हंसराज ने तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ अपने क्षेत्र नादौन को न देखें. उन्हें अन्य जगहों का काम भी देखना है. मजाकिया अंदाज हंसराज ने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो चुराह विधानसभा क्षेत्र की जनता को अपने मुख्यमंत्री का इंतजार करना पड़ेगा.


लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का जताया आभार 


चुराह विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. हंसराज ने कहा कि उनका इलाका पिछड़ा हुआ है. यहां बर्फबारी के दौरान इलाके के संपर्क पूरे प्रदेश से कट जाता है. उन्होंने कहा कि संस्थान बंद करने की वजह से यहां जेसीबी मशीन तक की परेशानी हो गई है. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री के एक फोन करने के बाद उनके इलाके की सड़कों को बहाल किया गया. हंसराज ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने लोगों की मदद के लिए संस्थान खोले थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने बदले की भावना से इन संस्थानों को बंद कर दिया.


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