Himachal Pradesh Lok Sabha Elections 2024: देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में एक जून को मतदान होना है. भारतीय जनता पार्टी चारों सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं के बीच समन्वय की कमी परेशानी का सबब बना हुआ है. 

कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर हिमाचल कांग्रेस के नेताओं के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया गया है.  इस कमेटी की पहली बैठक चंडीगढ़ में होने जा रही है. यह बैठक (27 मार्च) बुधवार को होगी. कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक की जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने दी है. इस कमेटी का गठन 10 मार्च को किया गया था.

लोकसभा प्रत्याशी की तलाश बड़ी चुनौतीउप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि कांग्रेस को मजबूती के साथ आगे बढ़ाना है. प्रदेश की सियासत में जो कुछ हुआ, उससे इतर अब कांग्रेस को भविष्य में मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी की यह बैठक होने जा रही है. उन्होंने कहा कि वह इस बात में नहीं जाना चाहते कि किस वजह से प्रदेश में ऐसे हालात पैदा हुए, लेकिन अब प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने की जरूरत है और इसी के चलते चंडीगढ़ में यह बैठक हो रही है. 

कांग्रेस को चारों लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के साथ नौ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की खोज करनी है. चुनाव आयोग की ओर से छह विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है, जबकि तीन पर जल्द ही उपचुनाव के घोषणा होने की उम्मीद है. बैठक में प्रत्याशियों के नाम पर भी मंथन होने की उम्मीद जताई जा रही है.

कौन है कोऑर्डिनेशन कमेटी का सदस्य?मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के अलावा इसमें तीन अन्य वरिष्ठ नेताओं को जगह दी गई है. इनमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल और पूर्व कैबिनेट मंत्री रामलाल ठाकुर शामिल हैं. यह तीनों ही नेता हिमाचल कांग्रेस के सबसे सीनियर नेताओं में शामिल हैं.

कोऑर्डिनेशन कमेटी का उद्देश्यइन सभी नेताओं पर जिम्मा है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार और संगठन के बीच समन्वय स्थापित किया जा सके. गौरतलब है कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह बीते करीब एक साल से सरकार और संगठन में समन्वय न होने की बात करती रही हैं. राज्यसभा चुनाव में भी जब क्रॉस वोटिंग हुई, तो प्रतिभा सिंह ने समन्वय न होने की बात कही. समन्वय के लिए स्थापित कमेटी के गठन के बाद यह पहली बैठक है.

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