Himachal Pradesh: साल 2024 के पहले त्योहार लोहड़ी (Lohri) के लिए बाजारों में खूब रौनक लगी हुई है. पहाड़ों की रानी और हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Shimla) के बाजार भी लोगों से भरे हुए हैं. लोग लोहड़ी के पर्व के लिए जमकर खरीदारी कर रहे हैं. लोग बाजार पहुंचकर तिल, मूंगफली, रामदाना, गच्चक और रेवड़ी खरीद रहे हैं. इसके अलावा शिमला के बाजारों में गुड़ से बनी हुई गच्चक की भी खासी डिमांड देखी जा रही है.


शिमला के मशहूर श्री कृष्ण मंदिर में कार्यरत पंडित उमेश नौटियाल ने बताया कि लोहड़ी के पर्व का शुभ मुहूर्त शाम 5:38 से लेकर रात 7:40 तक होगा. इसी दौरान विधि-विधान के साथ लोहड़ी के मौके पर शुभ पूजन किया जा सकता है. मकर संक्रांति की तारीख को लेकर चल रहे संशय को लेकर उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही मनाई जाएगी.


मकर संक्रांति के दिन से होती है सूर्य की उत्तरायण गति प्रारंभ


पंडित उमेश नौटियाल ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन से सूर्य की उत्तरायण गति प्रारंभ होती है, इसलिए इसे उत्तरायणी भी कहा जाता है. दक्षिणायन को देवताओं की रात्रि यानी नकारात्मकता का प्रतीक और उत्तरायण को देवताओं का दिन यानी सकारात्मक का प्रतीक माना जाता है. इस दिन जप, तप, दान, स्नान और तर्पण कर धार्मिक क्रियाएं कर भगवान की स्तुति की जाती हैं.


राज्यपाल और सीएम ने दीं लोहड़ी की शुभकामनाएं


हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी प्रदेशवासियों को लोहड़ी के पावन मौके पर शुभकामनाएं दी हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बधाई संदेश देते हुए कहा है कि लोहड़ी का पर्व सभी के जीवन में सुख और शांति लेकर आए.


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