HP Vidhan Sabha Monsoon Session: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की कार्यवाही जारी है. नियम-102 के तहत मंगलवार (19 सितंबर) सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा की गई. सरकारी प्रस्ताव में हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठाई गई है. इसी चर्चा में सत्ता पक्ष के सदस्य कुलदीप सिंह राठौर ने भी हिस्सा लिया. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा की वजह से हमारा प्रदेश एक दशक पीछे चला गया है.


कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि आपदा के वक्त भी भारतीय जनता पार्टी ने राजनीति की. उन्होंने कहा कि पहले ही दिन विपक्ष की ओर से वॉक आउट किए जाने का कोई औचित्य नहीं था. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जो प्रस्ताव लाए हैं, विपक्ष को उसका साथ देना चाहिए. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश अभी उस वक्त से गुजर रहा है, जहां सभी को मिलकर केंद्र सरकार के पास जाकर मांग करनी चाहिए कि हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए. उन्होंने कहा कि हमें भविष्य के लिए तैयार रहने की जरूरत है. कई जगह पर प्राकृतिक कारणों से नहीं, बल्कि मानव जनित कारणों से आपदा आई है.


'इस आपदा में हिमाचल के पहाड़ बेहोश'
ठियोग विधानसभा क्षेत्र से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि आज भी हम देख रहे हैं कि जगह-जगह पर नेशनल हाईवे पर स्लाइडिंग हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में आपदा देखकर ऐसा लगा कि मानो पहाड़ बेहोश हैं और पहाड़ों को भी यह मालूम नहीं चल रहा कि वह कहां गिर रहे हैं? उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू के आनी में आठ मंजिला भवन भर भराकर गिर गया. आखिर इतने बड़े भवन को बनाने की अनुमति किसने दी? कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि शिमला में भी यही हाल है, ऐसे में इस तरफ भी ध्यान देने की जरूरत है कि बिना अनुमति के भवन निर्माण न किया जाए.


'पानी का स्रोत हिमाचल में कई जगह हो चुके हैं बंद'
हिमाचल कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने पानी की निकासी के संदर्भ में भी सदन का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में पानी की निकासी की व्यवस्था की जानी चाहिए. कई जगह पानी के प्राकृतिक स्रोत बंद हो गये हैं. इसी वजह से प्राकृतिक आपदा में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल में आई आपदा को लगातार राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की जा रही है.


राठौर ने पूछा कि क्या हिमाचल भारत गणराज्य का हिस्सा नहीं है? यह हिमाचल के लिए नाजुक समय है और जनता हमें देख रही है. ऐसे में हम सभी को मिलकर समस्या का समाधान करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को उसका हक मिलना चाहिए. कुलदीप राठौर ने कहा कि हमें देश के लिए एक उदाहरण बनने की जरूरत है. हम गिरे जरूर हैं, लेकिन दोबारा उठाएंगे और इसमें हिमाचल प्रदेश के लोगों का साथ भी मिलेगा.


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