HP Vidhan Sabha Monsoon Session 2023 : हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है. सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. सत्र में सदस्य नीरज नैयर की माता के निधन पर दुख व्यक्त किया गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही प्रश्न काल के साथ शुरू हुई. सदन में सबसे पहले सदस्य अजय सोलंकी ने उनकी विधानसभा क्षेत्र नाहन में खोले गए संस्थाओं के बारे में जानकारी मांगी. साथ ही पूछा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में आखिरी छह महीने में कितने संस्थान खोले गए और इससे कितने पद सृजित हुए? सरकार की ओर से जवाब में बताया गया कि पिछले 6 महीने में 6 कार्यालय खोले गये हैं, 12 दिसंबर 2022 के आदेशों के मुताबिक इसे बंद कर दिया गया. 


इस पर नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने विधानसभा स्पीकर की अनुमति के बाद मौका मिलने पर कहा कि यह संस्थान जन प्रतिनिधियों के भावना पर खोले गए थे. सत्तापक्ष के सदस्य अजय सोलंकी का सवाल भले ही एक विधानसभा क्षेत्र से संबंधित हो, लेकिन यह मामला पूरे प्रदेश का है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने के बाद 1 हजार 50 संस्थान बंद कर दिए. इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 10 महीने में ही हिमाचल प्रदेश 10 साल पीछे चला गया है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने तंज करते हुए कहा कि यह सरकार खुद ही आपदा है. उन्होंने प्रदेश सरकार से दोबारा संस्थान खोलने पर विचार करने का आग्रह किया.


सीएम सुक्खू की बात पर सदन में लगे ठहाके
इसके बाद सदन में बोलने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खड़े हुए. मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से कहा कि अध्यक्ष जी! आप दयालु हैं. आप विपक्ष के प्रति काफी दया दिखाते हैं. नेता प्रतिपक्ष को 4 मिनट 3 सेकंड बोलने का समय दिया. इस पर पूरे सदन में ठहाके लगे और माहौल खुशनुमा हो गया. सीएम सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इस संदर्भ में एक विस्तृत चर्चा लेकर आएं. इसके बाद सरकार इस बारे में जवाब देगी.


'जरुरत के आधार पर खोले जाएंगे संस्थान'
विधानसभा में प्रश्न संख्या- 213 के तहत हुई चर्चा में सदन के सदस्य अजय सोलंकी ने कहा कि पिछले सरकार ने केवल उद्घाटन पट्टिका लगाने का काम किया. ग्राउंड जीरो पर कुछ नहीं है. उन्होंने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि अब मौजूदा सरकार बजट के साथ नई संस्थाओं को खोले. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे जरूरत के आधार पर संस्थाओं को खोलेंगे. मौजूदा सरकार जो काम करेगी, वह राजनीतिक लाभ के लिए नहीं होगा. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भी नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को संस्थान बंद करने के मामले में नियम- 61 के तहत विस्तृत चर्चा लाने के लिए कहा.


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