Himachal Pradesh weather Update: हिमाचल प्रदेश में मई के पहले हफ्ते लगातार हुई ठंड ने पिछले 36 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ने का काम किया. हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सामान्य तापमान में 4 डिग्री से 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. इससे पहले साल 1987 में मई के महीने में तापमान में इतनी अधिक गिरावट दर्ज की गई थी. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो 13 मई से एक बार फिर हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है. इस दौरान किन्नौर और लाहौल स्पीति के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना है.


13 मई से फिर खराब होगा मौसम
बीते 24 घंटों में जिला शिमला, किन्नौर और चंबा के कुछ एक स्थानों में हल्की बारिश हुई है. मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 12 मई तक मौसम साफ बना रहेगा. वहीं, 12 मई देर रात से एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश में सक्रिय होगा. इसके चलते मध्य व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश और जिला किन्नौर और लाहौल स्पीति के कुछ भागों में बर्फबारी भी होने संभावना है. उन्होंने कहा कि 12 मई तक तापमान में 3 से 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है.


मई महीने में भी बढ़ रही ठंड
प्रदेश के केलांग और धर्मशाला में न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा है. केलांग में 9 मई को न्यूनतम तापमान माइनस 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इससे पहले साल 2019 में माइनस 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं, धर्मशाला में 1 और 8 मई को 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इससे पहले साल 2009 में 8.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि मई के पहले सप्ताह में पूरे प्रदेश में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तापमान कम दर्ज किया गया.


हिमाचल में टूटा 36 साल का रिकॉर्ड
ऐसी स्थिति प्रदेश में वर्ष 1987 में देखने को मिली थी, जब तापमान सामान्य से कम चल रहे थे. साल 1987 के बाद शिमला, मनाली, कल्पा, धर्मशाला, ऊना और पालमपुर का इस वर्ष सबसे कम अधिकतम और न्यूनतम पारा दर्ज हुआ है. साल 1988 से साल 2022 के दौरान मई में तापमान अधिक दर्ज हुआ है, लेकिन इस वर्ष पश्चिमी विक्षोभ के अधिक सक्रिय होने से मई में भी कई क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड है.



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