हिमाचल राज्य विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो कार्यालय हमीरपुर में निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा से पिछले साल दर्ज किए गए एक मामले में पूछताछ की है. पिछले डेढ साल से विधायक आशीष शर्मा को बार बार विजीलेंस थाना में पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है.
गुरुवार (11 सितंबर) दोपहर विजीलेंस थाना पुलिस लाइन हमीरपुर पहुंचे विधायक आशीष शर्मा ने कहा, "राज्यसभा चुनावों में मिली की हार को कांग्रेस सरकार पचा नही पाई है और लगातार 18 महीनों से झूठे केस बनाकर प्रताड़ित करने का काम कर रही है." उन्होंने कहा कि दबाव की राजनीति करके और उनके परिवारों को बार बार तंग किया जा रहा है. सरकार सोचती है कि ऐसा करने से कोई डर जाएगा तो ऐसा नहीं होने वाला है.
'निम्न स्तर की राजनीति कर रही कांग्रेस'
विधायक आशीष ने आगे कहा, "कांग्रेस सरकार निम्न स्तर की राजनीति पर उतर आई है. जनता की आवाज बुलंद करने और भ्रष्टाचार उजागर करने पर झूठे केस दर्ज किए जा रहे हैं." उन्होंने कहा कि समय बदलता रहता है और सरकारें आती जाती है लेकिन कांग्रेस ओछी राजनीति पर उतर आई है.
वहीं पीएम मोदी द्वारा हिमाचल को 1500 करोड़ की राहत राशि देने की घोषणा पर आशीष शर्मा ने कहा कि ये बहुत अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि आपदा के लिए दिए गए केंद्र सरकार के पैसों का कांग्रेस सरकार को सही ढंग से प्रयोग करना चाहिए ताकि रुका हुआ विकास गति पकड़े और पीड़ितों को राहत मिल सके.
विधायक पर क्या हैं आरोप?
बता दें कि विधायक पर कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों में धांधली का आरोप है और इसी के चलते पिछले डेढ़ साल से विधायक आशीष शर्मा को बार बार विजिलेंस थाने में पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है. आशीष शार्म के इस मामले में यह आरोप है कि ठेकेदार प्रवीण कुमार शर्मा ने पीडब्ल्यूडी से मैसर्स झंडू कंस्ट्रक्शन कंपनी के मिथ्या एवं भ्रामक वर्क डन सर्टिफिकेट के आधार पर ठेकेदार की श्रेणी बी से ए में करवाई है. वहीं इस मामले में लगातार विजीलेंस विधायक आशीष शर्मा को थाने में बुलाकर पूछताछ कर रही.