Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सत्ता परिवर्तन के बाद धीमा ही सही, लेकिन परिवर्तन का दौर जारी है. अब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh University) में बतौर कार्यवाहक कुलपति सेवाएं दे रहे प्रो. एसपी बंसल (SP Bansal) ने अतिरिक्त जिम्मेदारी से बाहर मुक्त होने की इच्छा जाहिर की है. उन्होंने इस बाबत हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति शिव प्रताप शुक्ल (Shiv Pratap Shukla) को ई-मेल किया है. 


इसकी कॉपी एचपीयू कुलपति कार्यालय को भी भेजी गई है. इससे पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश पहले ही अपने पद को छोड़ चुके हैं. राज्यसभा सांसद बनने के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. इसके बाद 21 मार्च 2022 को केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई. 


अपनी इच्छा या दबाव में लिया फैसला?
करीब एक साल से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बावजूद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति नहीं मिल सका. हालांकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एक स्वायत्त संस्था है, लेकिन यहां सरकार का सीधे तौर पर दखल रहता है. जब भी सत्ता परिवर्तन होता है, तब प्रदेश सरकार अपनी इच्छा के अनुसार अधिकारियों की नियुक्ति करती है. चार दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में प्रो. बालकृष्ण शिवराम को डीन ऑफ स्टडीज नियुक्त किया गया है.


बदलाव का रहा है लंबा इतिहास
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर एसपी बंसल के पद छोड़ने की पेशकश को दबाव की राजनीति भी माना जा रहा है. क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता से बेदखल होने के बाद कांग्रेस सरकार में शीर्ष पर बैठे नेताओं को अपनी इच्छा अनुसार नियुक्तियां करनी है. ऐसे में खुद ही बड़े पदों पर बैठे अधिकारी अपने पद को छोड़ने की पेशकश कर रहे हैं.


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यह पहली बार नहीं है, जब सत्ता परिवर्तन के बाद इस तरह की पेशकश की जा रही हो. पहले भी हिमाचल प्रदेश में इसी तरह अधिकारी अपने पदों को सत्ता परिवर्तन के बाद छोड़ते रहे हैं. इसके पीछे की वजह स्वायत्त संस्था में भी हिमाचल प्रदेश सरकार का सीधा दखल होना है.