Crypto Currency Fraud in Himachal: हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के करोड़ों रुपए के फ्रॉड का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. हिमाचल प्रदेश पुलिस और सरकार ने इसकी जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT for Crypto Currency Fraud) का गठन किया है. 13 सदस्य वाली इस सीट के मुखिया नॉर्दर्न रेंज के डीआईजी अभिषेक दुल्लर (Abhishek Dullar) हैं. पुलिस ने 26 सितंबर को दर्ज एफआईआर नंबर- 120/2023 में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


क्रिप्टो करेंसी में करोड़ों का फ्रॉड
पालमपुर में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़ी एक एफआईआर दर्ज हुई थी. इसमें सुभाष शर्मा, सुखदेव ठाकुर और हेमराज ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया. इन आरोपियों ने फेक क्रिप्टो करेंसी के जरिए ज्यादा कमाई का लालच दिया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा- 420 और 120- बी के अलावा अन्य एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया. यह करीब 18 करोड़ रुपए से जुड़ा फ्रॉड का मामला है. यह फ्रॉड साल 2018-19 में शुरू होकर तीन साल तक चला. पुलिस ने इस मामले में हेमराज ठाकुर और सुखदेव ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है.


जल्द गिरफ्त में होगा किंगपिन- DGP कुंडू 
क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़ी इसी तरह की 50 अन्य शिकायतें भी पुलिस के पास हैं. क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़ी इन शिकायतों की जांच के लिए गठित एसआईटी मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक, लोगों से करोड़ों रुपए ठगे गए हैं. हिमाचल पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (Himachal DGP Sanjay Kundu) ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनकी संपत्ति की जांच की जा रही है. जल्द ही इस क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़ा किंगपिन भी पुलिस की गिरफ्त में होगा.


विधानसभा के मानसून सत्र में उठा था मुद्दा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड का मामला सदन में उठाया था. विधायक की ओर से यह मामला उठाए जाने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने इस संदर्भ में जांच के लिए एसआईटी के गठन की बात कही थी. सरकार की ओर से गठित इस एसआईटी की ओर से अब प्रदेश भर में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामलों की जांच की जा रही है.


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