Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश भर में सरकारी और निजी संपत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचा. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के मुताबिक प्रदेश को करीब आठ हजार करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन है. केंद्रीय टीम हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों का दौरा कर वापस लौट गई है. शुक्रवार शाम केंद्रीय टीम ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. हिमाचल प्रदेश सरकार ने केंद्रीय टीम को बताया कि हिमाचल में 24 जून से 14 जुलाई, 2023 तक सामान्य से 147 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई. 7 जुलाई से 11 जुलाई तक सामान्य से 436 प्रतिशत अधिक बारिश जबकि मानसून के दौरान अभी तक प्रदेश में भूस्खलन की 5 हजार 480 घटनाएं, बादल फटने की 14 और फ्लैश फ्लड की 83 घटनाएं हुई हैं.


हिमाचल को केंद्रीय टीम की शाबाशी


नुकसान का जायजा लेने के लिए पहुंची केंद्रीय टीम ने आपदा के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार के आपदा और राहत कार्यों के लिए उठाए गए जरूरी कदम की प्रशंसा की. केंद्रीय टीम के अध्यक्ष रवुनेश कुमार ने बताया कि, टीम ने दो अलग-अलग समूहों में आपदा प्रभावित जिलों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. इस क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है. रविनेश कुमार के साथ टीम में अन्य सदस्यों ने रिपोर्ट के संदर्भ में अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी, हिमाचल प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और अंतर मंत्रालीय टीम के सदस्य मौजूद रहे.


सरकार ने केंद्रीय टीम को क्या बताया?


हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रमोद सक्सेना ने केंद्रीय टीम को बताया कि, आपदा के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए सरकार ने तुरंत एक्शन लेकर काम करना शुरू किया. विभिन्न स्थानों पर केंद्रीय आपदा प्रतिक्रिया निधि का इस्तेमाल हुआ. साथ ही नुकसान का जायजा लेने के लिए स्पेस बेस्ड एप्लीकेशन की उपयोगिता भी सुनिश्चित की गई. राहत कार्यों के दौरान ड्रोन और आपदा मित्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सरकार ने हर व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश की, ताकि आम लोगों को कोई परेशानी न हो. आपदा के दौरान हिमाचल प्रदेश करीब 70 हजार पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.


यह भी पढ़ें: Jharkhand News: एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के DSP पर गोली चलाने वाले शूटर को रामगढ़ में दबोचा, गैंगस्टर अमन साहू से है कनेक्शन