Lok Sabha Elections 2024: हिमाचल प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण में लोकसभा के चुनाव हैं. राज्य की सभी चार सीटों पर 1 जून को वोटिंग होगी. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी की नजर राजधानी शिमला और इसके आसपास के इलाके में रहने वाले उत्तराखंडियों पर है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश दोनों पड़ोसी राज्य हैं. दोनों राज्यों की सीमा भी जुड़ती है.


ऐसे में हिमाचल प्रदेश की कई लोग उत्तराखंड और उत्तराखंड के कई लोग हिमाचल में लंबे वक्त से रह रहे हैं. यहां कई ऐसे परिवार हैं, जो कई पीढ़ियों से पड़ोसी राज्य में ही रह रहे हैं.


राष्ट्रहित के लिए चल रहे यज्ञ में डालें आहुति- भट्ट
बात अगर राजधानी शिमला और इसके आसपास के इलाके की करें, तो यहां उत्तराखंडियों की संख्या 25 हजार से ज्यादा है. इनमें 15 हजार से भी ज्यादा वोटर हैं. इन्हीं वोटर्स पर भारतीय जनता पार्टी की पैनी नजर है. उत्तराखंड समाज का समर्थन लेने के लिए उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष सुशील उनियाल खुद शिमला पहुंचे. शिमला के रामनगर स्थित गढ़वाल सभा भवन में महेंद्र भट्ट ने उत्तराखंड समाज के लोगों के साथ संवाद किया और उनसे आग्रह किया कि वे राष्ट्रहित के लिए चल रहे यज्ञ में वोट के रूप में आहुति डालें. 


महेंद्र भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड की तस्वीर बदलने का काम हुआ है. आज बड़ी संख्या में लोग चार धाम भक्ति चार धाम के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. बीते 10 साल में उत्तराखंड का तेजी से विकास हुआ है. तीसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बड़ी योजनाओं के साथ आ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने साल 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है.


मतदान में भाग लेने का आग्रह
वहीं, गढ़वाल सभा शिमला के महासचिव सुशील उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड समाज के सभी लोगों ने गर्मजोशी के साथ उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का स्वागत किया. महेंद्र भट्ट उनके सम्माननीय अतिथि हैं और उन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति के मुताबिक उनका स्वागत किया.


सुशील उनियाल ने बताया कि उत्तराखंड सरकार की ओर से गढ़वाल सभा भवन शिमला के निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की राशि दी गई है. भविष्य में भी उन्हें सरकार से सहयोग की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वोट देना सबका निजी अधिकार और कर्तव्य है. उन्होंने 1 जून को लोकसभा चुनाव में जनता से बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लेने का आग्रह किया है.


कंगना रनौत के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस, क्या है पूरा मामला?