Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस (Congress) की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों ने भले ही सब कुछ ठीक दिखाने की कोशिश की हो, लेकिन अब भी यहां सियासी संकट टला नहीं है. हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) अब भी मीडिया में बयानबाजी कर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती हुई नजर आ रही हैं. हाल ही में उन्होंने अपने एक बयान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) को सभी को साथ लेकर चलने की नसीहत दी. इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान भी सामने आया है. सुक्खू ने कहा कि उनके पास 80 फ़ीसदी से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. ऐसे में वे नहीं जानते कि प्रतिभा सिंह ने ऐसा बयान क्यों दिया.


मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार पूरे पांच साल चलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सवा साल में उनकी सरकार ने जनहित के लिए काम किया है. सरकार ने अपने वादे के मुताबिक सबसे पहले ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की. इसके अलावा अन्य गारंटी को भी सरकार पूरा कर रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार आम जनता की सरकार है. ऐसे में जनता का विश्वास भी उनकी सरकार पर है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि 80 फीसदी से ज्यादा विधायक भी उनके साथ हैं. ऐसे में बीजेपी को भी उनकी सरकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है.


वीरभद्र कांग्रेस के गठन की चर्चा पर भी दिया जवाब
वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह की ओर से 'वीरभद्र कांग्रेस' नाम से पार्टी बनाए जाने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. मुख्यमंत्री ने बताया कि विक्रमादित्य सिंह दिल्ली से राजस्थान जा रहे हैं. राजस्थान में उन्हें निजी काम है. सुबह ही फोन पर विक्रमादित्य से उनकी बात हुई है. हालांकि विक्रमादित्य सिंह के समर्थक खुलेआम सोशल मीडिया पर इस तरह की जानकारी साझा कर रहे हैं. समर्थकों का दावा है कि वीरभद्र सिंह के कद को ध्यान में रखते हुए विक्रमादित्य सिंह उनके नाम के इर्द-गिर्द एक पार्टी बना सकते हैं.


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