Himachal News: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के कई मामले सामने आ चुके हैं. प्रदेश भर में इससे जुड़े 56 शिकायत पुलिस को मिली हैं. इसके अलावा मामले में छह एफआईआर भी दर्ज हैं. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के दौरान भी क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड का मामला सदन में गूंजा था. हिमाचल प्रदेश पुलिस ने क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड के मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. इस एसआईटी में 13 सदस्य हैं और इसका मुखिया नॉर्थ रेंज के डीआईजी अभिषेक दुल्लर (DIG Abhishek Dullar) को बनाया गया है.


लोगों से क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट न करने की अपील


हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू (DGP Sanjay Kundu) ने लोगों से अपने जीवन भर की कमाई क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट न करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इससे जुड़े कई फ्रॉड (Cryptocurrency Fraud in Himachal Pradesh) के मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने लोगों से को सलाह दी है कि अपने जीवन भर की कमाई क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कर व्यर्थ न गवाएं. उन्होंने कहा कि इससे जुड़े ट्रेडर बड़े-बड़े फायदे बताकर लालच देने की कोशिश करते हैं, लेकिन जब इसकी वैल्यू जीरो हो जाती है. तब ऐसे फ्रॉड ट्रेडर ढूंढ कर भी नहीं मिलते. उन्होंने कहा कि ऐसे फ्रॉड ट्रेडर हमारे राज्य, देश और विदेश में बैठकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं.


फ्रॉड होने पर क्या करें?


हिमाचल प्रदेश पुलिस ने प्रदेश भर के सभी लोगों को क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट न करने के लिए कहा है. बावजूद इसके अगर क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के बाद किसी के साथ फ्रॉड हुआ है, तो वे इसकी शिकायत नजदीकी पुलिस थाना में दे सकते हैं. इसके अलावा साइबर क्राइम की शिकायत 1930 पर भी की जा सकती है. कम इन्वेस्टमेंट के साथ काम वक्त में अमीर बनने की लालच आपकी जीवन भर की कमाई को पल भर में बर्बाद कर सकती है.


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