Himachal Pradesh News: हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HRTC) की बस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ डिबेट सुनने के मामले में ड्राइवर-कंडक्टर पर कार्रवाई नहीं की जाएगी. उपमंडलीय प्रबंधक की ओर से नोटिस जारी किया गया था. हिमाचल पथ परिवहन निगम में तैनात ड्राइवर टेक राज और कंडक्टर शेष राम को एक शिकायत का आधार पर नोटिस जारी किया गया था.

हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा, ''ड्राइवर और कंडक्टर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी. यह नोटिस ढली उपमंडलीय प्रबंधक की ओर से जारी किया गया था. उन्हें व्यक्तिगत तौर पर यह समझा दिया गया है कि नोटिस देते हुए भाषा शैली का ध्यान रखा जाए.'' 

शिकायत पूरी तरह निराधार- रोहन चंद ठाकुर

उन्होंने आगे कहा, ''जो शिकायत मिली है, वह भी पूरी तरह निराधार है. इस तरह की शिकायत का कोई औचित्य नहीं बनता है. ऐसे में ड्राइवर और कंडक्टर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी. बस में जो वीडियो सुना जा रहा था, वह यात्री के अपने निजी मोबाइल पर चल रहा था. न कि उसे बस में लगाया गया था. ऐसे में इस पूरे मामले में ड्राइवर और कंडक्टर की कोई गलती नहीं है.''

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, 1 नवंबर को बस संख्या HP-63-C-5134 शिमला से संजौली की तरफ जा रही थी. आरोप लगाया गया था कि बस में सार्वजनिक रूप से ऊंची आवाज में एक ऑडियो प्रोग्राम चलाया जा रहा था. इसमें आचार्य प्रमोद और अन्य के बीच बातचीत हो रही थी. इसमें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बीच में अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव का नाम भी आ रहा था. 

आरोप है कि इन सभी नेताओं के खिलाफ वीडियो में दुष्प्रचार किया जा रहा था. शिकायत में लगाए गए कि सार्वजनिक तौर से सरकारी गाड़ी में इस तरह से किसी भी राजनेता के खिलाफ ऐसी डिबेट का ऑडियो चलाना उचित नहीं है. नोटिस में कहा गया है कि यह ड्राइवर और कंडक्टर का कर्तव्य बनता था कि वह इस प्रकार का आपत्तिजनक ऑडियो सरकारी वाहन में निषेध करें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. वह इसमें असमर्थ रहे. 

25 नवंबर को दोनों को नोटिस जारी किया गया और तीन दिन के अंदर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया था. जवाब दाखिल न होने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई की भी बात कही गई. ड्राइवर टेक राज और कंडक्टर शेषराम ने अपना जवाब भी दे दिया है. हिमाचल की बस में डिबेट सुनने के खिलाफ शिकायत सैमुअल प्रकाश नाम के शख्स ने मुख्यमंत्री के अवर सचिव को की थी. यह शिकायत मुख्यमंत्री के अवर सचिव को 5 नवंबर को मिली थी.

ये भी पढ़ें:

शिमला के रिज पर पहुंचा दी भारी-भरकम मशीनरी, ट्रक ड्राइवर ने वॉटर टैंक पर बनाई रील